भाजपा विधायक ने सवाल उठाते हुए कहा, दिसंबर 2017 में पीडब्ल्यूडी ने नंदगंज-शादियाबाद 23 लाख, दूसरी पहलवानपुर से अगस्ता 25 लाख और तीसरी सड़क पियरी-चकेरी संपर्क मार्ग 25 लाख की लागत से विशेष मरम्मत के लिए विज्ञापन जारी किया गया। साथ ही कार्य ई टेंडरिंग के माध्यम से होना था। जिसके बाद ई टेंडरिंग प्रक्रिया में मात्र एक ही फर्म पराग इंटर प्राइजेज ने भाग लिया और 23.33 फीसदी विभागीय दर से कम पर टेंडर डाला। टेंडर मिलने के बाद विभाग ने बांड और स्टीमेट बनाने को दौरान मरम्मत कार्य की लागत में इजाफा कर दिया।
नंदगंज-शादिया बाद की सड़क मरम्मत के लिए लागत विज्ञापन में 23 लाख से स्टीमेट 40.59 लाख कर दिया। वहीं पहलवानपुर से अगस्ता मार्ग के लिए विज्ञापन में लागत 25 लाख थी उसका स्टीमेट 43.64 लाख कर दिया गया। इसके साथ ही पियरी-चेकेरी मार्ग की विज्ञापन में लागत 25 लाख थी उसका भी स्टीमेट 40.47 लाख कर दिया गया और पूरे स्टीमेट में कई जगहों पर कटिंग भी किया हुआ नजर आ रहा है। जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि इन सड़क के विशेष मरम्मत में विभाग और फर्म की मिली भगत से खेल किया गया है।
इन सभी पूरी बातों को आज सदर से बीजेपी विधायक डॉ.संगीता बलवंत ने एक प्रेसवार्ता के जरिए मामले का खुलासा करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए ई टेंडरिंग लायी थी, लेकिन अधिकारी ई टेंडरिंग को भी मात दे कर सरकार को बदनाम करने का काम कर रहे है।