जानकारी के अनुसार, नंद ग्राम थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला का कहना है कि कुछ समय पहले उसका अपने पति से विवाद चल रहा था, जिसकी तहरीर उसने थाने में दी थी। अचानक ही एक दिन कन्हैया नाम के एक शख्स ने उसे फोन किया और अपने आपको पुलिसकर्मी बताया, जिसके बाद कन्हैया ने उसके पति के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया। लेकिन, बाद में महिला को पता चला कि वह पुलिसकर्मी नहीं, बल्कि एक भाजपा नेता है। महिला का आरोप है कि ओबीसी मोर्चा के नंदग्राम मंडल मीडिया प्रभारी कन्हैया गिरी ने एक दिन उसे फोन किया और किसी अन्य महिला से मिलाने की बात कही। जब वह वहां पहुंची तो कन्हैया उसे एक होटल के कमरे में ले गया।
महिला का आरोप है कि भाजपा नेता ने उसको पानी में नशीला पदार्थ पिला दिया। कुछ देर बाद जब उसे होश आया तो खुद को आपत्तिजनक स्थिति में पाया। वहीं भाजपा नेता भी मौजूद था। महिला का आरोप है कि इस दौरान कन्हैया ने उसका अश्लील वीडियो भी बनाया और किसी को कुछ बताने पर वीडियो को वायरल करने की धमकी भी दी। अब परेशान होकर महिला ने थाना नंद ग्राम में कन्हैया के खिलाफ तहरीर दी है। महिला का आरोप है कि शुरुआती दौर में उसका मामला दर्ज नहीं किया गया। जब मीडिया में मामला आया तो आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पद से हटाए गए कन्हैया गिरी महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा का कहना है कि वह कन्हैया नाम के शख्स को जानते ही नहीं है। जबकि ओबीसी मोर्चा के नंदग्राम मंडल अध्यक्ष विकास भाटी का कहना है कि इस पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद कन्हैया गिरी को पद से हटा दिया गया है।