बता दें कि गाजियाबाद के नंदग्राम के नजदीक सिहानी से सटी कृष्णाकुंज कॉलोनी में गुरुवार दोपहर सीवर की सफाई के लिए मैनहॉल में उतरे पांच सफाई कर्मियों की दम घुटने से दर्दनाक मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि सभी मृतक सफाईकर्मी जल निगम में ठेकेदारी के अंडर काम कर रहे थे। मरने वाले पांचों सफाईकर्मी बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले रिश्तेदार थे। घटना के बाद पुलिस ने पांचों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
इस दर्दनाक हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख व्यक्त किया है। सीएम योगी ने जल निगम के प्रबंध निदेशक को मृतक सफाईकर्मियों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि अविलम्ब देने के निर्देश दिये हैं। इसके साथ ही उन्होंने जल निगम के प्रबंध निदेशक को घटना की जांच कर दो दिन में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश भी दिए हैं।
ये अधिकारी हुए निलंबित वहीं योगी सरकान ने हादसे के लिए जिम्मेदार जल निगम की यमुना प्रदूषण इकाई के महाप्रबंधक कृष्ण मोहन यादव, अतिरिक्त प्रकल्प खंड के अधिकशासी अभियंता रवींद्र सिंह, सहायक अभियंता प्रवीण कुमार और अवर अभियंता अजमत अली को निलंबित करते हुए ईएमएस इंफ्राकॉन को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है।