जीएसटी ( GST ) लगने के बाद वाणिज्यकर विभाग में कर्मचारी कैडर स्ट्रक्चर की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर शासन के निर्देश पर आईआईएम लखनऊ ने एक रिपोर्ट तैयार की थी। इसमे कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए प्रोन्नत पदों की सिफारिश की गई थी। हड़ताली कर्मचारियों का आरोप है कि विभाग के आला अधिकारी आईआईएम की रिपोर्ट के अनुसार अपने कैडर में तो बदलाव चाहते हैं, लेकिन कर्मचारियों के कैडर तय नहीं कर रहे।
यह लगाया आरोप आरोप है कि मुख्यालय द्वारा बनाई गई कमेटी में टैक्स इंस्पेक्टर, टैक्स ऑफिसर और सुपरिंटेंडेंट के सृजित पदों और अधिकारों को कम करके अधिकारी अपने पद बढ़ा रहे हैं। इसके विरोध में वाणिज्यकर विभाग के करीब 200 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। गाजियाबाद क्लेक्ट्रेट परिसर में स्थित वाणिज्यकर विभाग के दफ्तर मंगलवार को कर्मचारियों ने धरना दिया।
तीन दिवसीय धरने पर बठे कर्मचारी हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, उनका विरोध जारी रहेगा। वहीं, इस हड़ताल के कारण वाणिज्यकर विभाग से जुड़े कामों को लेकर लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला अध्यक्ष देवव्रत चौधरी का कहना है कि वह तीन दिवसीय धरने पर हैं। उनकी मांग है कि आईआईएम की रिपोर्ट को लागू किया जाए।
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