क्या है पूरा मामला
राजू यादव (42) पुत्र सीताराम यादव परिवार के साथ में लोनी में रहता था। 25 जनवरी 2014 को राजू ने अपने पड़ोस में रहने वाले शौकत के साथ मारपीट करने वाले दबंगों का विरोध किया था। 100 नम्बर पर सूचना देकर पुलिस से कार्रवाई किए जाने की मांग की गई थी। लेकिन पुलिस ने उल्टा राजू यादव को थाने लेकर जाकर उसके साथ मारपीट और प्रताड़ित किया। हालत बिगड़ने पर पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में युवक की मौत हो गई थी। इस मामले में ह्यूमन राइड डिफेंडर की तरफ से आयोग में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
अदालत को नहीं सौंपी गई जांच रिपोर्ट मानव अधिकार आयोग ने मामले की सुनवाई के दौरान एसएसपी और डीएम से रिपोर्ट सबमिट करने के लिए कहा गया था। लेकिन अभी तक कोई रिपोर्ट दाखिल नहीं की गई। सिर्फ एडिशन एसपी ट्रैफिक की तरफ से एक रिपोर्ट आयोग को दी गई है।