दहशत में ग्रामीण इलाके के लोग गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र के पचायरा गांव में बाहर की तरफ से यमुना नदी का पानी बहता है। यहां पिछले कई दिनों से नदी में कई मगरमच्छा देखे जा चुके हैं। विशालकाय मगरमच्छ यमुना नदी की धारा में बने मिट्टी के टापू पर बैठे देखे गए हैं। इसके अलावा मगरमच्छ बाढ़ के पानी में तैरते हुए भी पाए गए हैं। मगरमच्छ के देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत है। किसान खादर खेत की तरफ जाने से भी डर रहे हैं।
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मामूली बात पर घर से भागी दो बहनें, मां बाप को मरा बताकर करती रहीं गुमराह, हकीकत जानने पर पुलिस हैरान बागपत के खेतों में घुसा पानी हरियाणा राज्य के यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज है। 11 अगस्त को नदी का जलस्तर 1 लाख 82 हजार 297 क्यूसेक पर पहुंच गया था। इस बरसाती सीजन का यह अब तक का सबसे ज्यादा रिकॉर्ड किया जाने वाला पानी का लेवल है। नदी में बहुत ज्यादा पानी आने की वजह से हथिनी कुंड बैराज से यूपी और दिल्ली के लिए निकलने वाली नहरों को बंद कर सारा पानी दिल्ली की तरफ डाइवर्ट कर दिया गया। पांच दिन पहले करीब पांच लाख क्यूसेक पानी इस बैराज से यमुना नदी में डायवर्ट किया गया है। इससे उत्तर प्रदेश के बागपत, गाजियाबाद और दिल्ली के कुछ इलाकों में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
गाजियाबाद के 6 गांव में अलर्ट नदी का जलस्तर बढ़ने से गाजियाबाद के पचायरा, सूंगरपुर, हरमपुर, अलीपुर, बदरपुर, नौरसपुर में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं, बागपत जिले के जागोस, टांडा, सुभानपपर, कुरड़ी, छपरौली, बागपत, कोताना, काठा, पाली गांव जलस्तर बढ़ने से प्रभावित हुए हैं।