मुन्ना बजरंगी के बाद अब इस जेल में बंद कुख्यात की हत्या की योजना, कार्बाइन के साथ आधुनिक हथियार मिले बता दें कि गाजियाबाद में पकड़े गए कुख्यात बदमाश अमर सिंह उर्फ मूंछ की प्रदेश पुलिस को लंबे समय से तलाश थी। उत्तर प्रदेश के मेरठ के सरधना का रहने वाला मूंछ मुख्य रूप से सुंदर भाटी गैंग के लिए काम करता है। वह अब तक न जाने कितनी हत्याएं कर चुका है, इसका रिकॉर्ड खुद उसके पास नहीं है, लेकिन इस बार जो कांड वह करने वाला था, वह बेहद चौंकाने वाला है। बागपत जेल में हुई मुन्ना बजरंगी की हत्या को अभी लोग भूल भी नहीं पाए हैं कि मूंछ ने शामली जेल में बंद एक बदमाश की हत्या की प्लानिंग कर ली। इसके पीछे जेल में ही बैठे सुंदर भाटी का हाथ बताया जा रहा है। मेरठ के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच ने राजनगर एक्सटेंशन में अमर सिंह उर्फ मूंछ को 50 हजार के इनामी शातिर बदमाश डीके उर्फ धर्मेंद्र के साथ गिरफ्तार कर लिया है। इनके साथ तीन और बदमाश अर्पित, अनुज और कुलदीप भी पकड़े गए हैं। अमर सिंह उर्फ मूंछ ने अपना नाम के आगे मूंछ इसलिए लगाया था, क्योंकि वह बड़ी मूछें रखता है और क्राइम की दुनिया का बेताज बादशाह बनना चाहता है और खुद का नाम मूंछ संबोधित कराना वह काफी पसंद करता है।
बेटी जन्म देने पर महिला को मिली सजा, सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भी उड़ी धज्जियां यह थी पूरी प्लानिंग दरअसल, पकड़े गए बदमाशों में से एक अर्पित के पिता विक्की की कुछ समय पहले हत्या कर दी गई थी। अर्पित के पिता का हत्यारोपी शामली जेल में बंद हैं। अर्पित ने उससे बदला लेने की ठानी थी और इसीलिए अमर सिंह उर्फ मूंछ के साथ मिल गया था। अमर सिंह उर्फ मूछ की बात करें तो बीते साल ग्रेटर नोएडा में बीजेपी नेता शिवकुमार की हत्या में अमर सिंह उर्फ मूंछ का ही हाथ था। अर्पित और अमर सिंह जब मिले तो इनके साथ डीके उर्फ धर्मेंद्र भी शामिल हो गया। इसके बाद इन्होंने दो और साथियों कुलदीप और अनुज को साथ मिलाया और अत्याधुनिक हथियारों को इकट्ठा किया। इसके लिए एनसीआर में लूटपाट भी की गई। कुछ ऐसी माउजर भी इकट्ठी की गईं, जो जेल में आसानी से ले जाई जा सकें। प्लानिंग के तहत ये लोग शामली की तरफ जा रहे थे, लेकिन राजनगर एक्सटेंशन में जैसे ही पुलिस ने इनको रोका तो उन्होंने कार की स्पीड बढ़ा दी। इसके बाद मुठभेड़ हुई और पुलिस ने पांचों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारी अब इस बात की जांच की बात कह रहे हैं कि शामली जेल में अंदर जाने के लिए इनका प्लान क्या था? कैसे यह हथियार को अंदर दाखिल करा देते? कहीं जेल प्रशासन का कोई शख्स उनके साथ तो नहीं मिला हुआ था? यह तमाम चीजें हैं, जो जांच का विषय हैं। इनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि अब पश्चिमी यूपी में क्राइम पर लगाम लग पाएगी।