डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से इस दौरान एक मरीज ने अस्पताल की कमियों की शिकायत कर दी। उसने बताया कि डॉक्टर बाहर से दवाएं लाने को कहते हैं। रोजाना 800 रुपए तक की दवा बाहर से लेनी पड़ जाती हैं।
मरीज से मांगी माफी
मरीज की शिकायत पर स्वास्थ्य मंत्री ने हाथ जोड़ माफी मांगी। वहीं डॉक्टरों को फटकार लगाते हुए सही इलाज और ध्यान रखने के निर्देश दिए। हालांकि डिप्टी सीएम की डांट का कोई असर नहीं हुआ। उसी मरीज को डॉक्टर ने हल्दी घी लगाने की बात कह घर भेज दिया। शिकायत पर डॉक्टर तो बच गए लेकिन वार्ड ब्वॉय पर गाज गिर गई।