गाजियाबाद। भारत की आपदा फोर्स (एनडीआरएफ) ने बुधवार को सार्क देशों के साथ में मिलकर बाढ़, त्रासदी और बिल्डिंग कॉलेप्स पर ज्वाइंट अभ्यास किया। टीम ने कार और बिल्डिंग को काटकर लाइव डेमोस्ट्रेशन किया।
इस अभ्यास में छह देशों से करीब 120 प्रतिनिधि पहुंचे। यहां आठवीं बटालियन के कमांडेंट पीके श्रीवास्तव की अगुवाई में एनडीआरफ के ग्राउंड पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।
बिम्सटेक डिजास्टर मैनेजमेंट एक्सरसाइज की अगुवाई के लिए बुधवार को डायरेक्टर हजारी पंकज, एनडीआरएफ डीजी संजय कुमार, आईजी एनडीआरएफ रवि जोसेफ लोकू, डीआईजी आरके रवि, डीआईजी एचके सिंह उपस्थित हुए।
इन सभी ने सार्क देशों से आए प्रतिनिधियों को यहां की टेक्निकल सपोर्ट के उपकरण, आपदा में काम आने वाले उपकरण के बारे में जानकारी दी गई।
इसके बाद में मॉक ड्रिल के जरिए फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला गया। कार को एक्सरसाइज के दौरान काट कर डमी लोगों को बाहर निकाला गया।
इसके अलावा डॉग स्क्वॉयड टीम ने भी अपने ट्रेनिंग लिए हुए कुत्तों की मदद से करतब दिखाए। आठवीं बटालियन के कमांडेंट पीके श्रीवास्तव ने बताया कि सार्क देशों से नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, थाईलैंड, श्रीलंका और इंडिया की टीमें एक साथ मिलकर अभ्यास किया है।
इसका उद्देश्य है कि भविष्य में कभी किसी भी देश के साथ में आपदा व अन्य मुश्किल स्थिति पैदा हो तो एक साथ इन देशों की टीमें एक जैसे समन्वय के साथ में काम कर सकें। इससे अधिक से अधिक लोगों को बचाने की संभावना रहती है।
पीआरओ आठवीं बटालियन वसंत पावडे ने बताया कि गाजियाबाद में बिल्डिंग के गिरने पर लोगों को बचाने की एक्सरसाइज कराई गई है।
इसमें विदेशों से आए लोगों ने भी एक साथ मदद करके लोगों को बाहर निकाला गया है। वहीं श्रीलंका और भूटान से आए प्रतिनिधि ने बताया कि हमारे यहां पर इस तरीके की आपदा फोर्स नहीं है।
आने वाले समय में हम इसे तैयार करके आपदा के समय बचाव दल का निर्माण कर इसे मजबूत बनाएंगे। इस प्रपोजल को वहां अपने देश में रखेंगे। वहीं भविष्य में पचास लोगों की टीम को ट्रेनिंग के लिए यहां भेजा जाएगा।