कम किराया करने पर भी नहीं बढ़ी यात्रियों की संख्या बता दें, कि परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कौशांबी से मुरादनगर रूट पर संचालित ई बसों के लिए किराए में पांच रुपए की कटौती करने का फैसला लिया था। इसके पीछे का कारण इस रूट पर कम यात्रियों का मिलना था। करीब 15 दिन पूर्व ही अधिकारियों ने ट्रायल के रूप में किराया कम किया था। न्यूनतम किराये से लेकर अधिकतम किराये में 5 रुपये की कमी की गई। इस तरह न्यूनतम किराया 5 रुपये और अधिकतम 35 रुपये कर दिया गया था। इसके बाद करीब 15 दिन इसकी मॉनीटरिंग की गई, लेकिन यह प्रयोग सफल नहीं हुआ।
कम किराए से हो रहा था घाटा परिवहन अधिकारियों ने कहा कि ट्रायल में किराया कम करने के बावजूद भी यात्रियों की संख्या में इजाफा नहीं हो सका। इन बसों के मेंटीनेंस में अधिक खर्च होता है, इसलिए कम किराये में घाटा हो रहा था और इसका कोई लाभ नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि यात्रियों की संख्या में कुछ इजाफा हुआ है, लेकिन इसकी वजह किराया नहीं रहा। शादी विवाह आदि कारणों से यात्रियों की संख्या बढ़ी थी। ई-बसों के संचालन के लिए गठित एसपीवी के सीईओ एके सिंह के आदेश पर फिर से किराया 5 रुपये बढ़ा दिया गया है।