प्रदर्शन कर रहे इन किसानों ने कहा कि उनकी दो मुख्य मांगे हैं। पहली मांग यह है कि उन्हें एक समान मुआवजा दिया जाए। दूसरी मांग यह है कि जो एक्सप्रेस हाईवे बनाया जा रहा है उसके साथ सर्विस लेन भी बनाई जाए ताकि हाईवे के आसपास के रहने वाले लोग भी संपर्क में रह सकें। किसान अपनी इन मांगों को लेकर पिछले काफी समय से आंदोलन करते चले आ रहे हैं। उनका कहना है कि इसके लिए वह पदयात्रा भी निकाल चुके हैं लेकिन कमिश्नर व आला अधिकारी और सांसद के कहने पर उन्होंने अपने आंदोलन को बीच में रोक दिया था लेकिन अभी तक किसानों की कोई भी मांगे नहीं मानी गई है, जिसको लेकर किसानों में काफी नाराजगी है। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर महिलाएं भी धरने पर बैठ गई हैं।
इन सभी का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वे मेरठ एक्सप्रेसवे पर पशु भी बांध देंगे। साफ कह दिया कि जब तक सरकार किसानों की मांगें नहीं मानेगी तब तक किसान उसे नहीं उठेंगे। पुलिस प्रशासन को भी इसकी जानकारी मिली तो फाेर्स माैके पर पहुंची लेकिन किसानों की भीड़ के सामने स्थानीय पुलिस भी बोनी नजर आई।