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गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलनरत किसानों को भी अब सताने लगा कोरोना का डर आपको बताते चलें कि
गाजियाबाद के गाजीपुर बॉर्डर पर लंबे समय से कृषि कानून की वापसी की मांग को लेकर किसान धरने पर बैठे हुए हैं। समय-समय पर कुछ न कुछ नई एक्टिविटी करते रहते हैं, ताकि सरकार उनकी मांगों पर कोई ध्यान दे, लेकिन उसके बावजूद भी किसानों का तमाम प्रयास विफल होते नजर आ रहे हैं। अब किसानों ने अचानक ही धरना स्थल पर निर्माण सामग्री इकट्ठा करनी शुरू कर दी, जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा रहा था कि सिंधु बॉर्डर के बाद अब शायद यूपी गेट बॉर्डर पर भी पक्के निर्माण की तैयारी की जा रही है। जैसे ही यह जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंची तो हड़कंप मच गया।
सूचना मिलते ही खुद
गाजियाबाद एडीएम सिटी ने मौके पर पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि वह कोई भवन निर्माण नहीं, बल्कि अपने लिए पक्के शौचालय बनवा रहे हैं। इस पर एडीएम सिटी ने कहा कि यहां किसी भी तरह के पक्के निर्माण की अनुमति नहीं दी जा सकती है। जब किसान अपनी बात पर अडिग हो गए तो एडीएम सिटी ने शौचालय की समस्या का समाधान कराते हुए अतिरिक्त स्थाई शौचालय का प्रबंध कराया। तब कहीं जाकर किसानों ने किसी भी तरह का निर्माण कार्य नहीं किए जाने का भरोसा दिया। उसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली।