यह भी पढ़ें
होली पर देशभर की फिजा में बिखरेगा हाथरस का रंग-गुलाल, ऑर्डर के हिसाब से सप्लाई शुरू
किसान पिछले करीब तीन माह से कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन चल रहा है। गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से वेस्ट में एक दिवसीय रेल रोको आंदोलन की कॉल की गई थी। इसी के तहत अलग-अलग जिलों में किसानों ने ट्रेनें रोक कर अपने गुस्से का इजहार किया हालांकि सभी रेलवे स्टेशनों पर पहले ही भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था लाेकिन किसानाें के कदम नहीं रुके। किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। यह देख रेलवे की ओर से ट्रेनों के संचालन पर भी ब्रेक लगा दी गई। इस दौरान किसान पटरी पर बैठकर ही ट्रेनाें का इंतजार करते हुए नारेबाजी करते रहे। इस तरह किसानों ने सांकेतिक रूप से ट्रेन रोककर अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज कराया। भाकियू के गढ़ में जमकर हंगामा
मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष धीरज लाठियान के नेतृत्व में किसानों ने रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर प्रदर्शन किया। रेलवे स्टेशन पर भारतीय किसान यूनियन के आंदोलन की घोषणा के चलते जिला प्रशासन ने पहले ही भारी फोर्स तैनात कर दिया था। किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दाेपहर करीब 12:00 बजे प्रदर्शन शुरू हुआ और दाे बजे किसानों ने प्रधानमंत्री के नाम जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपकर इस सांकेतिक रेल रोको आंदोलन का समापन कर दिया। प्रदर्शन के दाैरान किसान रेलवे ट्रैक पर बैठकर ट्रेनाें का इंतजार करते रहे लेकिन काेई ट्रेन नहीं पहुंची।
मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष धीरज लाठियान के नेतृत्व में किसानों ने रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर प्रदर्शन किया। रेलवे स्टेशन पर भारतीय किसान यूनियन के आंदोलन की घोषणा के चलते जिला प्रशासन ने पहले ही भारी फोर्स तैनात कर दिया था। किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दाेपहर करीब 12:00 बजे प्रदर्शन शुरू हुआ और दाे बजे किसानों ने प्रधानमंत्री के नाम जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपकर इस सांकेतिक रेल रोको आंदोलन का समापन कर दिया। प्रदर्शन के दाैरान किसान रेलवे ट्रैक पर बैठकर ट्रेनाें का इंतजार करते रहे लेकिन काेई ट्रेन नहीं पहुंची।
सहारनपुर में टपरी जंक्शन पर जाेरदार प्रदर्शन
सहारनपुर में किसानों ने टपरी जंक्शन पर प्रदर्शन किया। यहां भी किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। दाेपहर तीन बजे टपरी जंक्शन से ट्रेन गुजरनी थी और उसी ट्रेन काे राेकने की याेजना किसानाें ने बनाई थी लेकिन स्थानीय प्रशासन ने रेलवे अफसराें से बात करके ट्रेन काे जंक्शन से पहले ही रुकवा दिया। इस तरह यहां भी किसान रेलवे ट्रैक पर बैठे रहे और ट्रेनों का इंतजार करते रहे। चार बजे किसानाें का प्रदर्शन समाप्त हाेने के बाद ही ट्रेन पहुंची।
सहारनपुर में किसानों ने टपरी जंक्शन पर प्रदर्शन किया। यहां भी किसान रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। दाेपहर तीन बजे टपरी जंक्शन से ट्रेन गुजरनी थी और उसी ट्रेन काे राेकने की याेजना किसानाें ने बनाई थी लेकिन स्थानीय प्रशासन ने रेलवे अफसराें से बात करके ट्रेन काे जंक्शन से पहले ही रुकवा दिया। इस तरह यहां भी किसान रेलवे ट्रैक पर बैठे रहे और ट्रेनों का इंतजार करते रहे। चार बजे किसानाें का प्रदर्शन समाप्त हाेने के बाद ही ट्रेन पहुंची।
ग्रेटर नाेएडा में फूल मालाएं लेकर पहुंचे किसान ग्रेटर नोएडा के दनकौर रेलवे स्टेशन पर भी बड़ी संख्या में किसान ट्रेन राेकने के लिए पहुंचे लेकिन फाेर्स ने किसानों काे रेलवे स्टेशन के बाहर ही राेक दिया। यहां किसान फूल मालाएं और दूध व बिस्किट लेकर पहुंचे थे। किसानों ने कहा कि ट्रेन के आने पर उसे राेका जाएगा किसानाें की तैयारी थी कि ट्रेन के पायलट काे फूल मालाएं देकर अपना विराेध जताएंगे लेकिन यहां भी जितनी देर किसानाें का प्रदर्शन चला तब तक काेई ट्रेन नहीं पहुंची।
बिजनाैर में जमकर नारेबाजी
बिजनाैर में भी किसानों ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर प्रदर्शन किया। यहां भी स्टेशन पर पहले से ही भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। किसानाें ने रेलवे ट्रैक पर बैठकर जाेरदार प्रदर्शन किया। घंटाें किसान यहां प्रदर्शन करते रहे।
बिजनाैर में भी किसानों ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर प्रदर्शन किया। यहां भी स्टेशन पर पहले से ही भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। किसानाें ने रेलवे ट्रैक पर बैठकर जाेरदार प्रदर्शन किया। घंटाें किसान यहां प्रदर्शन करते रहे।
गाजियाबाद के माेदीनगर में किसानाें का प्रदर्शन
गाजियाबाद के अधिकांश रेलवे स्टेश्नों पर रात में ही पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। किसान बड़ी संख्या में मोदीनगर रेलवे स्टेशन और रेलवे लाइन पर बैठ गए। यहां अफसराें ने किसानाें काे रेलवे ट्रैक से हटाने की काेशिश की लेकिन किसानाें ने साफ कह दिया कि वह उठने वाले नहीं है। यह कहते हुए किसानाें ने जाेरदार प्रदर्शन किया करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
गाजियाबाद के अधिकांश रेलवे स्टेश्नों पर रात में ही पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। किसान बड़ी संख्या में मोदीनगर रेलवे स्टेशन और रेलवे लाइन पर बैठ गए। यहां अफसराें ने किसानाें काे रेलवे ट्रैक से हटाने की काेशिश की लेकिन किसानाें ने साफ कह दिया कि वह उठने वाले नहीं है। यह कहते हुए किसानाें ने जाेरदार प्रदर्शन किया करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मेरठ में किसानों ने चढ़ाई आस्तीनें
मेरठ में कैंट और सिटी दाेनाें रेलवे स्टेशनाें पर किसान गरजे। किसानाें ने यहां भी ट्रेन राेकने की काेशिश की और रेलवे ट्रैक पर बैठ गए लेकिन किसानाें के प्रदर्शन के दाैरान तक काेई ट्रेन नहीं पहुंची।
मेरठ में कैंट और सिटी दाेनाें रेलवे स्टेशनाें पर किसान गरजे। किसानाें ने यहां भी ट्रेन राेकने की काेशिश की और रेलवे ट्रैक पर बैठ गए लेकिन किसानाें के प्रदर्शन के दाैरान तक काेई ट्रेन नहीं पहुंची।