गाजियाबाद एसएसपी ऑफिस पहुंचे पूर्व बाहुबली सांसद डीपी यादव के प्रार्थना पत्र को फिलहाल एसएसपी मुनिराज ने अपने पास रख लिया है। लेकिन, माना जा रहा है कि एसएसपी के लिए डीपी यादव का प्रार्थना पत्र स्वीकार करना आसान नहीं है, क्योंकि बाहुबली डीपी यादव का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। फिलहाल डीपी यादव का बेटा विकास यादव हत्या के मामले में जेल की सजा काट रहा है। बता दें कि डीपी यादव के नाम से जाने जाने वाले धर्म पाल यादव हिस्ट्रीशीटर की सूची में कविनगर थाने में 69वें स्थान पर हैं।
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बदमाशों ने आठ साल के बच्चे की ईंट से कुचलकर की हत्या, मां को भी नहीं छोड़ा आम फरियादियों की तरह लगाई गुहार डीपी यादव बुधवार को किसी आम फरियादी की तरह एसएसपी ऑफिस पहुंचे और पीछे की सीट पर बैठकर अपना नंबर आने का इंतजार करने लगे। नंबर आने पर वह एसएसपी के सामने हाथ जोड़कर खड़े हो गए और एसएसपी से अपनी हिस्ट्रीशीट बंद करने की गुहार लगाने लगे। इस दौरान डीपी यादव ने एक प्रार्थना पत्र सौंपा, जिसमें खुद को बुजुर्ग और बीमार होने का हवाला देते हुए अपनी बेगुनाही का भी जिक्र किया है।
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मैं डीएम बोल रहा हूं मुकदमा वापस ले लो, अब पुलिस उसके पीछे लगी प्रार्थना पत्र में ये लिखा है डीपी यादव ने डीपी यादव ने कहा है कि वह 70 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। उन्हें महेंद्र भाटी हत्याकांड में उत्तराखंड हाईकोर्ट के साथ सुप्रीम कोर्ट ने बाइज्जत बरी किया है। जबकि अन्य सभी केस में भी उन्हें कोर्ट ने निर्दोष करार दिया है। इसलिए कविनगर थाने में उनकी हिस्ट्रीशीट का बंद किया जाए। एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि डीपी यादव ने हिस्ट्रीशीट बंद करने की मांग की। प्रार्थना पत्र पर नियमों के तहत कार्रवाई होगी।