आरुषि हत्याकांड: 9 साल बाद पता चलेगा कौन है असली हत्यारा, इलाहाबाद हाईकोर्ट सुना सकता है फैसला जूनियर विंग की होती है पढ़ाई मेरठ रोड पर बने प्रेसिडियम स्कूल में जूनियर विंग की पढ़ाई कराई जाती थी। यहां एक हजार से अधिक बच्चे पढ़ते हैं, लेकिन प्रशासन के एक्शन के बाद में सभी को दूसरे स्कूल में शिफ्ट किया जाएगा। बेसिक शिक्षा अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि स्कूल की तरफ से तर्क दिया गया कि सीबीएसई से मान्यता के लिए उनकी तरफ से आवेदन किया हुआ है। नवंबर माह में उसे मान्यता मिल जाएगी। जब तक स्कूल को मान्यता नहीं मिलती ये ग़ैरकानूनी है, इसलिए इसे तब तक बंद रखा जाएगा। अगर नियमों का उल्लंघन करने का प्रयास किया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
NRHM घोटालाः पूर्व प्रमुख सचिव शुक्ला को CBI कोर्ट से सशर्त जमानत, 4 हफ्ते में जमा कराने होंगे 72 लाख रु. मेन ब्रांच में खामी उधर, आल स्कूल पैरेंट्स एसोसिएशन संस्था की अध्यक्ष शिवानी जैन ने बताया कि इसी तरीके से अगर मेन ब्रांच में देखें तो यहां इसकी बिल्डिंग पर लोहे का बड़ा जाल विज्ञापन के हिसाब से बनाया हुआ है। नियम के हिसाब से ये सही नहीं है। आंधी और भूकम्प की स्थिति में बच्चों को नुकसान पहुंच सकता है।