इसके अलावा यहां के चुनाव की कहानी के पीछे एक मर्डर मिस्ट्री भी जुड़ी है। एक तरफ भाजपा नेता गजेंद्र भाटी की हत्या के आरोप में जेल में बंद पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा की पत्नी मोहिनी शर्मा चुनावी दंगल में अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
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वहीं दूसरी तरफ पूर्व विधायक की पत्नी के विरोध में मृतक भाजपा नेता गजेंद्र भाटी की पत्नी रीना भाटी भी मैदान में उतर चुकी हैं। दोनों चेयरमैन पद की दावेदार हैं। रीना को जहां भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है वहीं मोहिनी शर्मा को कांग्रेस ने। दोनों ने सोमवार को तहसील पहुंचकर अपना-अपना नामांकन दाखिल किया। मृतक गजेंद्र भाटी की पत्नी ने नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जनता इसका इंसाफ करेगी।
आपको याद दिला दें कि रीना भाटी के पति गजेंद्र भाटी की तीन माह पूर्व ही खोड़ा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह हत्या उस वक्त हुई थी जब वह अपने एक परिचित की दुकान पर बैठे थे। मामले में अब तक दो शूटर और साहिबाबाद के पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा को जेल भेजा गया है। अमरपाल पर इसी चुनावी रंजिश के लिए हत्या का आरोप है। अमरपाल नहीं चाहते थे कि रीना चुनाव लड़े। लेकिन अब भाजपा ने भी लोगों की सहानुभूति बटोरने के लिए रीना को ही टिकट दिया है।
ऐसे में अब मुकाबला मृतक की पीड़ित पत्नी और हत्यारोपी की पत्नी के बीच हो गया है। मामले में कौन दोषी है और कौन निर्दोष इसका फैसला अदालत करेगी। बहरहाल दोनों प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला तो जनता करेगी और रिजल्ट भी 1 दिसम्बर को आएगा।
वहीं अमरपाल शर्मा की पत्नी ने अपने पति को बेकसूर बताया और कहा कि जनता को सब पता है। इस बार चुना मैदान में बाजी मारेंगे। अमरपाल शर्मा पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने की वजह से उन्हें 60 दिन से पहले बेल नहीं मिलेगी। ऐसे में निकाय चुनाव में उनकी पत्नी अपने पति के नाम और समर्थकों के सहारे चुनावी दंगल में अपनी ताल ठोक रही हैं।
पूर्व विधायक की पत्नी मोहिनी का दावा है कि उनके पति ने खोड़ा के विकास के लिए हमेशा काम किया है। इस चुनाव में लोगों का सपोर्ट उन्हें जरूर मिलेगा। इस बीच सोमवार को गाजियाबाद में मेयर पद समेत पार्षद पद की दावेदारी कर रहे कई उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया। सुरक्षा के यहां कड़े इंतजाम किए गए हैं। कल नामांकन का आखिरी दिन है। गाजियाबाद जिले में दूसरे चरण में 26 नवंबर को वोट डाले जाएंगे।