वहीं शहर में चर्चा के बाजार गर्म है कि स्थानीय सासंद और केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह को सोच-समझकर इग्नोर किया जा रहा है। दरअसल भाजपा किसान मोर्चा के एक पोस्टर सामने आय़ा है, जिसमें गजरौला में आयोजित होने वाले बूथ अध्यक्ष सम्मेलन के लिए लगाए हैं। लेकिन ध्यन दे तो पोस्टर से सासंद की फोटो गायब है जबकि गाजियाबाद सहित प्रदेश और राष्ट्र स्तर के बड़े नेताओं को फोटो लगवाई गई है।
वहीं इस बारे में और गाजियाबाद से लोकसभा उम्मीदवार को लेकर वीके सिंह का कहना है कि 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए मुझे पार्टी ने आदेश दिया था। मैने टिकट के लिए कोई जोड़-तोड़ नहीं की। एक सासंद के रुप में जिले के लिए जो विकास कार्य किया वह सबके सामने है। इसके साथ ही उन्होंने कहा वह सेना में जनरल के पद पर रहे हैं। सेना में रहकर किसी क्षेत्र, मजहब या जाति देखकर रक्षा नहीं की जाती। हमारे लिए देश पहले आता है और हर नागरिक हमारे लिए भारतीय है। इसलिए गाजियाबाद के लोगों के लिए भी मैं हमेशा तैयार रहूंगा औऱ ईमानदारी से अपने नागरिकों की सस्याओं को दूर करने की कोशिश करूंगा।
वहीं भाजपा में टिकट दावेदारी को लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी में कुछ ऐसे लोग हैं जो अनुशासन को भंग करने की कोशिश करते हैं। लेकिन ऐसे लोग पार्टी के वफादार नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ माहौल खराब करने की कोशिश है लोकिन मैं बता दूं की मैं डरने वालों में से नहीं। इसके साथ ही कहा कि ऐसे लोगों को पार्टी से मतलब नहीं है अपने केवल स्वार्थ के बारे में सोचते हैं। उन्होंने कहा कि मेरी ईमानदारी, विकास कार्य और जनता के प्रति विश्वास ही मेरा रिपोर्ट कार्ड है।