मई-2018 दर्ज कराया था केस एसपी सिटी श्लोक कुमार का कहना है कि जीडीए में लिपिक जितेंद्र कौशिक के खिलाफ मेरठ एंटी करप्शन की टीम ने मई-2018 केस दर्ज कराया था। आय से अधिक संपत्ति का यह मुकदमा सिहानी गेट थाने में दर्ज कराया गया था। इस मामले में एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई करते हुए शनिवार शाम को जीडीए के क्लर्क जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। उसको जीडीए पार्किंग के पास से गिरफ्तार किया गया है। मेरठ एंटी करप्शन की टीम ने उसको सिहानी गेट पुलिस को सौंप दिया है। क्लर्क जितेंद्र के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मेरठ की एंटी करप्शन टीम को मिली थी। जांच के बाद शिकायत सही पाई गई।
इतने रुपये किए खर्च जानकारी के अनुसार, जितेंद्र कौशिक शास्त्रीनगर स्थित महेंद्रा एंक्लेव के जी ब्लॉक में रहता है। उसने 1989 में जीडीए में ज्वाइन किया था। आय से अधिक संपत्ति के मामले में जितेंद्र की शिकायत 5 मई 2018 को सिहानी गेट थाने में की गई थी। 1 जनवरी 1999 से 31 दिसंबर 2008 तक आरोपी के आय-व्यय की जांच की गई। इसमें पाया गया कि वेतन, भत्तों व अन्य माध्यमों से जितेंद्र की कुल आय 4 लाख 70 हजार 207 रुपये हुई। इस दौरान जितेंद्र ने पत्नी के नाम पर मकान समेत कई दूसरी जगहों पर 36 लाख 33 हजार 555 रुपये खर्च किए। आपको बता दें कि एंटी करप्शन टीम और जीडीए इससे पहले भी कुछ कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है।
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