टिड्डियों से बचाव की जानकारी दी दरअसल, कोरोना (Corona) काल में परेशान किसानों पर टिड्डी (Locust Attack) दल का हमला भी हो सकता है। इसको लेकर गाजियाबाद (Ghaziabad) के किसानों को सतर्क रहने को कहा गया है। टिड्डियों के हमले से बचने के लिए डीएम अजय शंकर पांडेय ने पंचायत स्तर पर टीम भी बनाई है। टीम के सदस्य किसानों व ग्रामीणों को टिड्डी से बचाव के उपाय बताएंगे। इसको देखते हुए डीएम ने किसानों के लिए एडवायजरी भी जारी की है। इसमें बताया गया है कि पाकिस्तान (Pakistan) की ओर से राजस्थान (Rajasthan) और पंजाब (Punjab) के सीमवर्ती जिलों में टिड्डियों का प्रवेश हो गया है। इसको देखते हुए शासन ने दिशा—निर्देश दिए हैं।
ये हैं उपाय 1. टिड्डियों के प्रवेश करने कर ढोल, नगाड़े और थाल बजाएं। तेज आवाज में डीजे भी जा सकते हैं। शोर मचाकर कीटों को खेत और पौधों पर मत बैठने दें।
2. टिड्डियों को रात में खेत में न रुकने दिया जाए। उसे खदेड़कर खेत से भगा दिया जाए।
3. खेत के किनारे पर नालियां बनाकर नाली में गिरने वाले इनके अंडे या बच्चों को मिट्टी में दा दिया जाए।
4. लाइट ट्रैप का इस्तेमाल करके इनको नष्ट कर दिया जाए।
5. टिड्डियों से निपटने के लिए किसान एक साथ खेतों में क्योरोपाइरीफांस 20 फीसदी या मैलाथियान 96 फीसदी का छिड़काव करें।
6. इनके आने पर Locust Control Organisation फरीदाबाद या www.ppqs.gov.in पर सूचित करें। राज्य स्तर पर बने कंट्रोल रूम के टेलीफोन नंबर 0522—2205867 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
2. टिड्डियों को रात में खेत में न रुकने दिया जाए। उसे खदेड़कर खेत से भगा दिया जाए।
3. खेत के किनारे पर नालियां बनाकर नाली में गिरने वाले इनके अंडे या बच्चों को मिट्टी में दा दिया जाए।
4. लाइट ट्रैप का इस्तेमाल करके इनको नष्ट कर दिया जाए।
5. टिड्डियों से निपटने के लिए किसान एक साथ खेतों में क्योरोपाइरीफांस 20 फीसदी या मैलाथियान 96 फीसदी का छिड़काव करें।
6. इनके आने पर Locust Control Organisation फरीदाबाद या www.ppqs.gov.in पर सूचित करें। राज्य स्तर पर बने कंट्रोल रूम के टेलीफोन नंबर 0522—2205867 पर भी संपर्क कर सकते हैं।