गाजियाबाद में भी कुछ किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले सरकार के खिलाफ इस बिल को लेकर प्रदर्शन किया था। अब यहां के किसानों को समझाने के उद्देश्य से गाजियाबाद के सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ( General VK Singh ) ने किसानों के इस विरोध का ठीकरा विपक्ष के सिर फोड़ने की कोशिश की है। उन्होंने कहा है कि विपक्ष इस मुद्दे को जबरदस्ती उछालने में लगा हुआ है और जब से यह बिल पास हुआ है तभी से विपक्ष किसानों को बरगला रहा है। बहुत से लोग बहुत सीधे हैं उनसे जो कहा जाता है वह मान जाते हैं। उन्होंने हाथरस के बारे में भी कहा कि उस मामले में कहानियां बनती जा रही हैं।
वीके सिंह ने कहा कि किसानों की समस्या ज्यादा नहीं है, समस्या विपक्षी पार्टियों है जो गलतफहमियां फैलाने में लगी हुई हैं। जो कार्य विपक्षी पार्टियों के कार्यकाल में नहीं हुए वह कार्य अब किये जा रहे हैं। ऐसे में उन्हें लग रहा है कि किसानों का वोटबैंक अब उनके हाथ से निकल गया है जिसके चलते ही विपक्ष द्वारा किसानों को बरगलाया जा रहा है। अकाली दल पर उन्हाेंने कहा कि, उनकी अपनी अलग राजनीति है जो चीज प्रावधानों में डाली गई हैं वह कांग्रेस सरकार ने लागू कर दी है उनकी दिक्कत है कि तब उन्होंने उसका विरोध किया तो अब उसको कैसे सपोर्ट कर दें।
किसानों के हित में बात करते हुए उन्होंने बताया कि जितने ज्यादा व्यापारी होंगे उतना ही फायदा किसानों को होगा। आढ़तियों का जो समूह बना हुआ है वह किस तरीके से मंडी के अंदर किसानों का फायदा उठाते आए हैं यह किसान खुद भली-भांति जानते हैं। जब उसके पास बाध्यता ही नहीं रहेगी कि उसको मंडी में जाना ही जाना है तो ऐसे में आढ़तियों के चंगुल से किसान निकल जाएगा। कानून व्यवस्था पर उन्होंने कि हम लोग उतने ही जागरूक हैं जितने कि आप कोशिश कर रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि हाथरस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए। बड़ी एजेंसियां जांच कर रही है जांच रिपाेर्ट का इंतजार करना चाहिए।