scriptदिवंगत पीएम इंदिरा गांधी के नाम पर पार्क बनाकर कांग्रेसी नेता व दिवंगत लोकसभा अध्यक्ष संगमा के बेटे ने किया करोड़ों का घोटाला | Ghaziabad municipal body terminates contract of Indira Priyadarshini | Patrika News

दिवंगत पीएम इंदिरा गांधी के नाम पर पार्क बनाकर कांग्रेसी नेता व दिवंगत लोकसभा अध्यक्ष संगमा के बेटे ने किया करोड़ों का घोटाला

locationगाज़ियाबादPublished: Dec 17, 2018 07:03:32 pm

Submitted by:

Iftekhar

गाजियाबाद, इंदिरा प्रियदर्शिनी पार्क के अनुबंध को खत्म करने की तैयारी में जुटा नगर निगम

Indra gandhi

दिवंगत पीएम इंदिरा गांधी के नाम पर पार्क बनाकर कांग्रेसी नेता व दिवंगत लोकसभा अध्यक्ष संगमा के बेटे ने किया करोड़ों का घोटाला

गाजियाबाद. दिवंगत लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा के बेटे जेम्स संगमा और स्थानीय नेता सिकंदर यादव के द्वारा चलाए जा रहे इंदिरा प्रियदर्शिनी पार्क के अनुबंध को नगर निगम ने समाप्त करने की तैयारी शुरू कर दी है। नगर निगम ने यह कदम इसमें पाई गई अनियमितताओं को देखते हुए उठाया है। नगर निगम के काउंसिलर राजेंद्र त्यागी द्वारा सितंबर में इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद नगर निगम ने अनुबंध की सीमा को लेकर जांच शुरू की थी। दरअसल, पार्क संचालकों के खिलाफ यह आरोप लगाया था कि स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से दो राजनेता के रिश्तेदार अनुबंध लेने के बाद बड़े पैमाने पर गोलमाल कर रहे हैं।

बड़ी खबरः 2019 में इस नेता को भाजपा की ओर से पीएम पद का उम्मीदवार बनाने पर पिता ने जताई खुशी

इसके बाद नगरपालिका आयुक्त सीपी सिंह ने एक समिति गठित कर पार्क के भौतिक लेखापरीक्षा के बाद रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा था। इस समिति ने विज्ञापन और पीआर कंपनी द्वारा संचालित इंदिरा प्रियदर्शिनी पार्क चलाने में गंभीर उल्लंघन पाया। समिति ने संगमा और यादव के खिलाफ दंडणात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है।

भगवान नहीं, इन से मांग मंगवाने के लिए हरिद्वार से दिल्ली के लिए दंडवत यात्रा पर निकला युवक, देखें वीडियो

नगरपालिका आयुक्त सीपी सिंह को अपनी रिपोर्ट में मुख्य अभियंता मोईउद्दीन की अध्यक्षता वाली समिति में कहा गया है, “दोनों नेताओं की इस कंपनी ने 2006 में 27 वर्षों के लिए अनुबंध देने के समय जारी किए गए सभी 25 मानकों का उल्लंघन किया है। इस अवधि के दौरान इस कपन ने वादा किया था 10,000 पेड़ों के साथ पार्क विकसित करेंगे और झील में साफ पानी की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही यह भी कहा गया था कि पर्यटकों को आकर्शित करने के लिए नौकाओं का संचालन के साथ ही बच्चों के लिए जू का भी निर्माण किया जाएगा। लेकिन कंपनी ने अपने वादों को पूरा नहीं किया। इसके बजाय कंपनियों ने प्रवेश शुल्क चार्ज के रुप में प्रति व्यक्ति 10 की वसूली कर करोड़ों की कमाई की।

यह भी पढ़ेंः फिर एनकाउंटर से थर्राया यह हाईटेक शहर, पुलिस ने एक बदमाश को किया पस्त, देखें VIDEO

समिति ने आगे कहा है कि दोनों कंपनियों ने निर्दिष्ट सीमा से परे निर्माण के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) से कोई अनुमति नहीं ली है। पार्क में वाणिज्यिक गतिविधियों को चलाने के लिए भी कोई अनुमति नहीं मांगी गई थी। कंपनियों ने दावा किया ता कि बच्चों के लिए चिड़ियाघर बनाया जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया गया। जबकि वे शादी के हॉल चलाकर वाणिज्यिक गतिविधियों में 40 प्रतिशत पार्क का उपयोग करते थे।

समिति ने ठेका कंपनियों द्वारा उनके अनुबंध के कार्यकाल के दौरान किए गए भारी अनियमितताओं का जिक्र किया है। समिति ने इस साल सितंबर में नगरपालिका आयुक्त सीपी सिंह को अपनी रिपोर्ट सौंपी। “सिफारिश पर अमल करते हुए नगरपालिका आयुक्त ने कंपनी को नोटिस जारी किया कि उनके अनुबंध अनियमितताओं के बाद क्यों नहीं खारिज किए जाएंगे। आयुक्त ने जवाब देने के लिए 10 दिन निर्दिष्ट किए हैं, इसके बाद अनुबंध को समाप्त कर दिया जाएगा और यह माना जाएगा कि कंपनियों के पास स्पष्टीकरण जमा करने का कोई आधार नहीं है। इसलिए समाप्ति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो