खुद ही धो रहे हैं कपड़े नोएडा के सेक्टर—58 थाने में तैनात हेड मोहर्रिर नादान सिंह की आजकल करीब 12 घंटे की ड्यूटी चल रही है। फिलहाल वह दिन की शिफ्ट में ड्यूटी पर तैनात हैं। नादान सिंह विजय नगर थाना क्षेत्र में ही रहते हैं। उनके घर पर उनकी पत्नी, एक बेटी और दो बेटे हैं। उनका कहना है कि उनकी पब्लिक डीलिंग होती है। पता नहीं कौन किस बीमारी से ग्रस्त है। ऐसे समय में देश की सेवा भी जरूरी है और परिवार की सुरक्षा भी। वह भूलकर भी कोई गलती करने की स्थिति में नहीं हैं। वह आॅफिस जाने और वहां से आने पर अपनी गाड़ी को सैनिटाइज करते हैं। इतना ही नहीं वह गाड़ी की चाभी को भी सैनिटाइज करते हैं। घर पहुंचने पर वह सबसे पहले कपड़े उतारकर सर्फ के पानी में डाल देते हैं।
यह भी पढ़ें
Ghaziabad: जीटीबी अस्पताल की नर्स को हुआ कोरोना, दो बच्चों व पति को किया गया क्वॉरेंटाइन
खाना देकर चला जाता है परिवार अपने परिवार को खुद से दूर रखने के लिए वह इस समय उनसे अलग रह रहे हैं। 52 साल के नादान सिंह का कहना है कि वह ग्राउंड फ्लोर पर रह रहे हैं जबकि पत्नी व बच्चे ऊपर के फ्लोर पर रह रहे हैं। उनको खाना देकर परिवार वाले चले जाते हैं। बच्चे व पत्नी उनसे मिलने के लिए जिद करते हैं तो वह मना करते हैं। उनको दूर रखने के लिए वह अपने कपड़े भी खुद धो रहे हैं। सब्जी लेने के लिए भी खुद ही जाते हैं। वह बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। दूर से देखता है ढाई साल का पोता एसबीआई की नवयुग मार्केट ब्रांच के मैनेजर हरि शंकर सिसोदिया वेव सिटी में रहते हैं। उनके घर पर पत्नी, दो बेटे और उनकी पत्नी और एक ढाई साल का पोता है। बैंक में आजकल जनधन खातों से पैसे निकालने वालों की लाइन लगी हुई है। ऐसे समय में 59 साल के हरि शंकर भी अपने सेवाएं देने में पीछे नहीं हैं। उनका कहना है कि यह उनका कर्तव्य है। साथ ही परिवार क रक्षा करना ही उनका फर्ज है। बैंक से जाने के बाद उनका पूरा समय एक तख्त पर बीतता है। नहाने के बाद वहीं उनका घर बन गया है। पत्नी, बच्चों व पोते से दूरी बनाकर रखी पड़ रही है। पोते को गले लगाने का तो बहुत मन होता है कि लेकिन क्या करें, मजबूरी है। उसी तख्त पर उनको चाय नाश्ता और खाना मिल जाता है।
यह भी पढ़ें