11 सितंबर को साहिबाबाद के करेला कॉलोनी की जंगल में एक कार से पुलिस ने सोनू की डेड बॉडी बरामद की थी। उसके पास से पुलिस को ११ लाख रुपए भी मिले थे। बता दें कि सोनू क्रॉसिंग रिपब्लिक में भारत पेट्रोल पंप पर मैनेजर था। 10 सितंबर को 12:30 बजे वह पेट्रोल पंप से 17 लाख रुपए कैश जमा कराने बैंक के लिए निकला था, लेकिन उसके बाद से उसका कोई पता नहीं चला। अगले दिन पुलिस ने उसकी डेड बॉडी बरामद की थी। वहीं, जब पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू और उसके फोन नंबर को खंगालना शुरू किया तो पता चला सगा जीजा ने ही उसका मर्डर किया है। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कातिल जीजा ने किया शॉकिंग खुलासा गिरफ्तारी के बाद उमेश से जब पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो काफी शॉकिंग खुलासा हुआ। एसएसपी एच एन सिंह ने मीडिया को बताया,’ सोनू और उमेश ने एक लूट की योजना बनाई थी। इस योजना के तहत सोनू पेट्रोल पंप का कैश लेकर करेला के जंगल में उमेश से मिलने जाएगा और उमेश गाड़ी में रखा पैसा लेकर वहां से चला जाएगा। 10 सितंबर को योजना के मुताबिक सोनू पेट्रोल पंप से 17 लाख रुपए जमा करने के लिए निकला, लेकिन उमेश को उसने केवल साढ़े 6 लाख रुपए के बारे में ही बताया। बाकी के पैसे उसने एक अलग थैले में रखकर सीट के नीचे छिपा दिया था। योजना के मुताबिक, सोनू जैसे ही बिजली घर के पीछे पहुंचा तो उमेश की नियत खराब हो गई और उसने अपने सगे साले को ही गोली से उड़ा दिया और साढ़े 6 लाख रुपए लेकर मौके से फरार हो गया।’ एच एन सिंह ने बताया पैसों को लेकर दोनों की नियत खराब थी, जिसके कारण यह वारदात हुआ।