दरअसल, भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव तयोड़ी के रहने वाले अरशद से गांव के ही अमीरुद्दीन ने सऊदी अरब में नौकरी लगवाने के नाम पर 2 लाख 60 हजार रुपये लिए और कहा कि तुम्हे वहां अच्छी नौकरी दिलवा दूंगा। अरशद ने अमीरुद्दीन को पैसे दिए और आंखों में सपने लिए सऊदी अरब के लिए निकल पड़ा। लेकिन, सऊदी अरब के एयरपोर्ट पर उतरते ही अरशद की परेशानियों ने उसे जकड़ लिया। अरशद को ना तो काम ही मिला ना ही पैसे। इतना ही नहीं अरशद का आरोप है कि उसको वहां की पुलिस ने कई दिन तक शौचालय में बंधक बनाकर भी रखा और सारे जरूरी कागजात एजेंट अपने पास रख लेते हैं।
ऐसा ही कुछ हुआ सफायत अली के भाई सलमान के साथ। इन जालसाजों ने इसी तरह का झांसा देकर उसे सऊदी भेज दिया। जिसकी एवज में 2 लाख 60 हजार भी ले लिए। लेकिन ना तो सऊदी में नौकरी मिली और ना ही कुछ और। बल्कि वहां उसको भी प्रताड़ित भी किया जाने लगा। सफायत बताते हैं कि भाई से अब फोन पर बात तो होती है मगर वह सऊदी अरब में ही फंसा हुआ है।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसपी देहात नीरज कुमार जादौन ने बताया कि पुलिस के पास एक के बाद एक जब मामले आने शुरू हुए तो पुलिस खुद हैरान हुई और इस पूरे मामले की तफ्तीश में जुट गई। जांच में सामने आया कि सलमान की तरह ना जाने कितने ही युवक हैं जिन्हें अमीरुद्दीन एवं उसके साथी मशरूफ ओर यामीन ने जालसाजी कर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा है। विदेश भेजने के नाम पर दिल्ली एवं मुंबई की ट्रेवल कंपनियों में अमीरुद्दीन एवं उसके साथी बतौर एजेंट काम करते है और इसी तरह लोगों को अपने चंगुल में फंसा लेते हैं। अब तक सैंकड़ो लोगों को ये अपना शिकार बना चुके हैं। इनकी शिकायत पुलिस को पिछले काफी समय से मिल रही थी। लेकिन इस बार इस गैंग का पर्दाफाश करते हुए 3 शातिर लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अभी इनके इस गैंग में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है।