25 लोग सोते मिले एक कमरे में विजय नगर (Vijay Nagar) क्षेत्र में बने स्थायी रैन बसेरों का जायजा लिया गया तो वहां साफ-सफाई और रंगाई-पुताई का कार्य चलता हुआ दिखाई दिया। एक बड़े कमरे में करीब 25 लोग सोते हुए मिले। इसके अलावा सेक्टर-11 विजय नगर में भी रैन बसेरा बनाया गया है। वहां तो खुद केयरटेकर ही इन पूरे इंतजामों से असंतुष्ट नजर आया। उसने बताया कि यहां पर पीने के पानी और शौचालय का कोई प्रबंध नहीं है। रैन बसेरे के पास ही सुलभ शौचालय बना हुआ है, लेकिन वह शाम होते ही लॉक कर दिया जाता है। इसके बाद यहां आने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
शौचालय में लग जाता है ताला वहां रहने वाले लोगों ने भी बताया कि उन्हें सुबह और रात को खुले में ही शौच के लिए जाना पड़ता है। जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) स्वच्छ भारत अभियान पर जोर दे रहे हैं, वहीं खुद नगर निगम की व्यवस्था चौपट दिखाई दे रही है। वहां मौजूद केयरटेकर ने बताया कि यहां किसी तरह की कोई खास सुविधा नहीं है। बिजली के बोर्ड भी पूरी तरह टूटे पड़े हैं। इस कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसकी शिकायत कई बार नगर निगम के अधिकारियों से की जा चुकी है, उसके बाद भी किसी का कोई ध्यान नहीं दिया गया।
यह कहा मेयर ने गाजियाबाद में बने रैन बसेरों की निगरानी के लिए एक ठेकेदार नियुक्त किया गया है। ठेकेदार ही इनमें पूरा इंतजाम करता है। केयरटेकर की बात से यह साफ हो गया कि यहां सुविधाओं से वंचित होने की बात केवल ठेकेदार तक ही पहुंच कर सीमित रह गई है। इस मामले में गाजियाबाद की मेयर (Mayor) आशा शर्मा ने बताया कि नगर निगम ने गाजियाबाद में कुल 13 रैन बसेरे बनाए गए हैं। सभी रैन बसेरों में आने वाले लोगों के लिए पूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। कमियाें को दूर कराया जाएगा।