इस मौके पर एसएसपी हरि नारायण सिंह ने कहा कि जब हमारे देश का प्रधानमंत्री सीमा पर तैनात जवानों के साथ अपने त्यौहार को मना सकता है तो हम कम से कम ऐसे लोगों के बीच अपना त्यौहार मनाएं, जो त्यौहार मनाने में सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी इस पहल से उन्हें खुद को भी आत्मिक शांति मिली है। साथ ही यह भी कहा कि हमारे और अधिकारियों को भी इसी तरह से अपने त्यौहार को मनाना चाहिए।
आपको बता दें कि साहिबाबाद पुलिस ने भी अपने इलाके की झुग्गी-झोपड़ियों में जाकर गरीब बच्चों और बुजुर्गों के साथ अपना त्यौहार मनाया और उन्हें जरूरत का सामान व मिठाइयां भेंट की हैं। बहरहाल पुलिस की इस अनूठी पहल को देखकर शहर के अन्य लोग व सामाजिक संगठन पुलिस विभाग के अधिकारियों की काफी सराहना कर रहे हैं। हालांकि एसएसपी के साथ पुलिस का बड़ा काफिला था। जैसे ही पुलिस का काफिला झुग्गी-झोपड़ी की तरफ चला तो शुरुआती दौर में वहां के लोग डर गए और आपस में चर्चा शुरू हुई कि आखिर उनकी झुग्गी-झोपड़ियों में पुलिस के आने का क्या कारण रहा है, लेकिन जब पुलिस ने बच्चों को मिठाइयां और कपड़े बांटना शुरू किया तो उन्होंने राहत की सांस ली। इस दौरान खासतौर से बुजुर्गों ने SSP को आशीर्वाद प्रदान किया।