साठ हजार पच्चास लोगों ने डाउनलोड किया एप्लीकेशन
गाजियाबाद 60 हजार50 एप डाउनलोड के साथ उत्तर प्रदेश में पहले स्थान पर आ गया है। वहीं 41 हजार 110 एप के साथ कानपुर दूसरे स्थान पर आ गया है। जबकि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ 37 हजार 231 एप के साथ इस लिस्ट में चौथे स्थान पर है। हालांकि देश में रैंकिंग के हिसाब से हॉटसिटी 9 वें पायदान से 11 वें पायदान पर आ गया है। नगरायुक्त ने बताया कि क्योंकि कुछ नगरों ने अपने यहां चलाए जा रहे उनके स्वच्छता एप डाटा भी इसमें शामिल कराए गए हैं , इसलिए गाजियाबाद की रैंकिंग थोड़ा घटी है।
गाजियाबाद 60 हजार50 एप डाउनलोड के साथ उत्तर प्रदेश में पहले स्थान पर आ गया है। वहीं 41 हजार 110 एप के साथ कानपुर दूसरे स्थान पर आ गया है। जबकि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ 37 हजार 231 एप के साथ इस लिस्ट में चौथे स्थान पर है। हालांकि देश में रैंकिंग के हिसाब से हॉटसिटी 9 वें पायदान से 11 वें पायदान पर आ गया है। नगरायुक्त ने बताया कि क्योंकि कुछ नगरों ने अपने यहां चलाए जा रहे उनके स्वच्छता एप डाटा भी इसमें शामिल कराए गए हैं , इसलिए गाजियाबाद की रैंकिंग थोड़ा घटी है।
स्वच्छता एप से मिलेंगे 400 अंक
स्वच्छता सर्वे के तहत सभी शहरों को 4 हजार में से अंक दिए जाएंगे। जिसमें अकेले स्वच्छता एप के अंक 400 हैं। नगरायुक्त ने बताया कि यह अच्छा सकेंत है कि गाजियाबाद एप के मामले में प्रदेश में अव्वल है। इससे स्वच्छता सर्वे में शहर को बेहतर रैंक पाने में खासी मदद मिलेगी। पिछली बार के सर्वे में गाजियाबाद को 400 शहरों में से 351 वीं रैंक मिली थी। शहर की रैंकिंग जितनी अच्छी होगी स्मार्ट सिटी में गाजियाबाद की दावेदारी उतनी ही मजबूत बनेगी।
स्वच्छता सर्वे के तहत सभी शहरों को 4 हजार में से अंक दिए जाएंगे। जिसमें अकेले स्वच्छता एप के अंक 400 हैं। नगरायुक्त ने बताया कि यह अच्छा सकेंत है कि गाजियाबाद एप के मामले में प्रदेश में अव्वल है। इससे स्वच्छता सर्वे में शहर को बेहतर रैंक पाने में खासी मदद मिलेगी। पिछली बार के सर्वे में गाजियाबाद को 400 शहरों में से 351 वीं रैंक मिली थी। शहर की रैंकिंग जितनी अच्छी होगी स्मार्ट सिटी में गाजियाबाद की दावेदारी उतनी ही मजबूत बनेगी।