गाजियाबाद जिला मुख्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठी महिला साधना सिंह की रात को अचानक ही तबीयत खराब हो गई। साधना सिंह शुगर की पेशेंट हैं और वह भी लोगों के साथ भूख हड़ताल पर बैठी हैं। ये लोग तीन महीने की फीस माफी समेत पांच मांगों पर भूख हड़ताल पर बैठे हैं । भूख हड़ताल पर बैठे लोगों के आरोप बड़े संगीन हैं। इनके मुताबिक साधना सिंह डायबिटिक हैं और जब उनकी तबीयत बिगड़ी तो प्रशासन को सूचित किया गया लेकिन प्रशासन ने कोई मेडिकल टीम नही भेजी। इनके मुताबिक उन्होंने खुद ही डॉक्टर और उनकी टीम को बुलाया जिन्हाेंने इनकी जांच की और दवाई दी। अभिभावकों के अऩुसार वह दो दिन से लगातार भूख हड़ताल पर बैठे हैं और पानी के अलावा उन्होंने कुछ ग्रहण नहीं किया है। जिसके चलते साधना सिंह की तबीयत बिगड़ गई। अभिभावक संघ लगातार अपनी मांगों पर अड़ा है और उसका कहना है कि गाजियाबाद प्रशासन और पुलिस उनको दबाव में लेने की कोशिश कर रही है।
आपको बता दें की तीन महीने की फीस माफी के साथ साथ अभिभावक यह भी मांग कर रहे हैं कि जिन बच्चों की ऑन लाइन क्लास फीस जमा नहीं होनें के कारण बंद कर दी गई हैं उनकी क्लास भी शुरू की जाएं। साथ ही स्कूलों को अपनी बैलेंस शीट दिखाने की मांग अभिभावक संघ की ओर से की जा रही है। इस बार अभिभावक संघ ने यह और कहकर सनसनी फैला दी कि भूख हड़ताल कर रहे किसी भी सदस्य के साथ अगर कुछ दुर्घटना होती है तो उसके लिए सीधे तौर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और शिक्षा मंत्री डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा होंगे।