प्राधिकरण अधिकारियों के मुताबिक सडक़ राजनगर एक्सटेंशन से शुरू होकर गाजीपुर तक जाएगी। ऐसे में दिल्ली आने-जाने के लिए इस रोड़ को पूरी तरह खोल देने के चलते यहां भी जाम की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। क्योंकि पूरी रोड एलिवेटिड है और कहीं भी वापस जाने के लिए यू-टर्न है ही नही तो। भारी वाहनों के खराब होने की स्थिति में जाम की भारी समस्या हो सकती है।
एलिवेटिड रोड पर बड़े वाहनों को हमेशा के लिए प्रतिबंधित नही किया गया है। उद्घाटन के बाद 1 से 2 महीने तक सडक़ के उपर ट्रैफिक के दवाब को देखा जाएगा। अगर सब ठीक रहा तो भारी वाहनों के प्रवेश की इजाजत भी दी जा सकती है। फिलहाल हैवी व्हीकल्स को रोकने के लिए यूपी गेट और राजनगर एक्सटेंशन रोटरी पर लो-हाइट बैरियर बनाए जाएंगे।