तर्क दिया है कि सभी फाइल पर चेयरमैन के भी हस्ताक्षर होते हैं। इसलिए कहीं ना कहीं चेयरमैन की भी लापरवाही सामने आती है। स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि हादसे के बाद चेयरमैन पीड़ित परिवारों से नहीं मिल और घटनास्थल पर भी नहीं पहुंचे। यह अलग बात है कि इस पूरे मामले की गहन जांच के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसआईटी से जांच कराए जाने के निर्देश जारी किए हुए हैं।
एसआईटी की टीम का गठन होने के बाद अब एसआईटी ने इस पूरे मामले में जांच शुरू कर दी है। तमाम तरह के साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं लेकिन अभी भी स्थानीय लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। गुस्साए लोगों ने अब मुरादनगर में सड़क पर स्थानीय लोगों ने होर्डिंग लगाया है जिस पर लिखा गया है कि नगरपालिका के चेयरमैन के खिलाफ भी हत्या का मामला दर्ज करते हुए गिरफ्तारी की जाए। यह अलग बात है कि होर्डिंग प्रकरण को राजनीतिक के राजनीति होने की आशंका भी जताई जा रही है।