आरोप है कि पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई न किए जाने के नाराज पीड़ित परिवार और अन्य समर्थक जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जैसे ही जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय की गाड़ी कार्यालय परिसर में पहुंची तो कार्यालय से काफी दूर ही लोगों ने गाड़ी का घेराव किया। इतना ही नहीं, बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थी। ये सभी महिलाएं गाड़ी के आगे लेट गईं।
पीड़ित परिवार ने बताया कि उनके परिवार ट्रैक्टर ट्रॉली के माध्यम से ही अपनी रोजी-रोटी चलाते थे। कुछ समय पहले थाना विजयनगर इलाके में नेशनल हाईवे लाइन के किनारे खड़े पांच ट्रैक्टर ट्रॉली एक साथ चोरी कर लिए गए थे। जिसकी रिपोर्ट भी थाना विजयनगर लिखाई गई थी। लेकिन पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
उन्होंने कहा कि अब उन्हें अपना परिवार का लालन पालन करना भी मुश्किल हो रहा है। मजबूरी में अब उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है। वह जिलाधिकारी के पास स्थानीय पुलिस की शिकायत लेकर आए थे। लेकिन उनकी यहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई। जिससे नाराज होकर उन्हें डीएम की गाड़ी के आगे लेटने को मजबूर होना पड़ा है।