योगी ने अपनी सरकार बनने के बाद बाबा साहब डॉ.भीमराव आंबेडकर की जयंती पर शुरू किये गये विद्युत वितरण अभियान की भी याद दिलाई। इस मौके पर उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि भाजपा की सरकारें दलित विरोधी हैं, लेकिन वे बताएं कि मोदी सरकार से पहले दलितों के आवास क्यों नहीं बने। उनके घरों में बिजली क्यों नहीं पहुंची। योगी ने मेरठ में रैपिड रेल की 32 हजार करोड़ की परियोजना मोदी ने दी है। उन्होंने बूथ स्तर पर मजबूती का आह्वान किया। दरअसल, आजादी की 71वीं सालगिरह से ठीक चार दिन पहले शनिवार को भाजपा ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रथम क्रांति की धरा से मिशन-2019 का शुभारंभ किया। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के जरिये उप्र में आनेवाले लोकसभा चुनाव जीतने के लिए नई क्रांति की पहल हुई। भाजपा के परंपरागत महापुरुषों के अलावा वीर सावरकर, डॉ भीमराव रामजी आंबेडकर और चौधरी चरण सिंह के आदमकद कटआउट से सजे सभागार में दलितों, पिछड़ों को साधने के साथ ही हिंदुत्व लहर चलाने की कोशिश भी हुई।
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दलित और मुस्लिमों में बढ़ती नजदीकी को देखते हुए सीएम योगी ने अपने भाषण में दलितों और मुस्लिमों के बीच खाई बढ़ाने की भी भरपूर कोशिश की। इसी के तहत उन्होंने कार्यसमिति की बैठक में एएमयू में दलितों के आरक्षण का मुद्दा भी उठाया। योगी ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में दलितों को आरक्षण क्यों नहीं मिलता है, जबकि यह भारतीय एक्ट के अनुसार संचालित है। उन्होंने दलितों की हिमायत करते हुए समरसता पर जोर दिया। दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति के समापन सत्र की अध्यक्षता करने के लिए अमित शाह रविवार को मेरठ पहुंचे। उन्होंने दोपहर 12.30 बजे से 2.00 बजे तक समापन सत्र की अध्यक्षता की। सूत्रों के मुताबिक लंच के बाद वे होटल ब्रावुरा में प्रदेश के सभी सांसद और विधायकों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए वे सांसदों और विधायकों के लिए लक्ष्य दे सकते हैं।