बता दें कि देशभर में लॉकडाउन के चलते आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी कुछ बंद हैं। साथ ही कोरोना की महामारी को देखते हुए भीड़ इक्टठा करने पर भी केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से रोक लगाई हुई है। धर्म गुरुओं से भी धार्मिक आयोजन पर रोक लगाने की अपील भी सरकार की तरफ से की गई है। उसके बाद भी निजामुद्दीन स्थित मरकज मस्जिद में हजारों की संख्या में लोग एकत्र हुए। इसमें देश—विदेश के लोग शामिल हुए। तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों की वजह से कोरोना वायरस के मामले बढ़ें है। साथ ही इस कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों की जान भी गई है। इसी को लेकर लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना है।
उन्होंने कहा कि पूरे मामले के दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिम्मेदार हैं। दुनिया में फैली महामारी के बाद भी आयोजन की परमिशन नहीं दी जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने साजिश के तहत मजदूरों को दिल्ली से बाहर कराया है। आयोजन में शामिल हुए लोग देशभर में संक्रमण फैलाने का कार्य कर रहे हैं। कुछ लोग लोनी के भी आयोजन में गए थे। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि वोट बैंक के लिए केजरीवाल सरकार ने परमिशन दी। महामारी के दौरान यह कार्य राष्ट्र द्रोह से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करता हूं कि केजरीवाल को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। जितने भी मौलवी वहां शामिल थे। उन सभी को जूते मारकर सलाखों के पीछे भेजा जाए।