कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को सोनभद्र जाने से रोकेने की बात को लेकर बेहद नाराज हैं और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार का पुतला फूंका जा रहा है। तो वही कांग्रेसियों की संख्या बेहद कम नजर आई। दरअसल इसका कारण यह भी माना जा रहा है कि कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद से तमाम पुराने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भी इस्तीफा दे दिया है और अब लगातार गाजियाबाद में कांग्रेस का स्तर घटता नजर आ रहा है।
प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाने से रोके जाने के बाद नाराज कांग्रेसी नेता एवं पूर्व राज्य मंत्री सतीश शर्मा के नेतृत्व में गाजियाबाद के पुराने बस अड्डे पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और सरकार का पुतला फूंका गया। इस दौरान पुराने कांग्रेसी नेता हरेंद्र कसाना, ओम प्रकाश शर्मा, सुरेंद्र शर्मा, सुभाष, पवन शर्मा, लोकेश चौधरी ही मुख्य रूप से मौजूद रहे। इनके अलावा इस विरोध प्रदर्शन में कद्दावर नेता ही नहीं कांग्रेस की सांसद प्रत्याशी डोली शर्मा भी नजर नहीं आई। हालांकि शुक्रवार को ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रभारी देवेंद्र कुमार ने एक प्रेसवार्ता का आयोजन किया था। जिसमें बताया गया था कि 22 जुलाई को एआईसीसी के सचिव वे उत्तर प्रदेश प्रभारी राणा गोस्वामी गाजियाबाद पहुंचेंगे। जिसके बाद वह कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक करेंगे और बैठक में संगठन पर विस्तार पर भी कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा की जाएगी, यानी इस विरोध प्रदर्शन सवाल उठने लगे हैं कि क्या गाजियाबाद में कांग्रेस का अस्तित्व खतरे में है।