गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के चुनावी दंगल में बसपा ने अपने पुराने मोहरों को एक बार फिर से मैदान में उतारा है। सत्ता की चाह में बसपा सुप्रीमों की भरकस कोशिश है कि इस बार के चुनाव में बाकि राजनीतिक दलों को पीछे छोड़कर कुर्सी कब्जाई जाए। वोटरों को पुराने दावों के पाले में लाने के प्रत्याशियों के साथ में मायावती खुद भी भरकस तैयारी में जुटी हुई है।
गाजियाबाद में पिछले विधानसभा चुनाव में सरकार भले ही समाजवादी पार्टी की रही हो लेकिन जनपद से सारे विधायक बहुजन समाज पार्टी के रहे। अपने कामों की वजह से सभी विधायकों ने लोगों के बीच में पिछले पांच साल में खासी जगह बनाई है। इसी चाह को बरकरार रखने के लिए खुद मायावती गाजियाबाद में पांचों विधानसभा प्रत्याशियों के साथ में बड़ी जनसभा करेंगी। जमीनी स्तर पर इसके लिए जिला और महानगर संगठन की तरफ से प्रयास भी शुरू कर दिए गए है। बसपा के सूत्रों के मुताबिक हॉटसिटी में तीन रामलीला ग्राउंड का भी अभी मुआयना किया गया है।
पार्टी सुप्रीमों मायावती की रैली के लिए तीन मैदान चिन्हित किए गए हैं। इन्हें प्राथमिकता के आधार पर बांटा गया है। पहला मैदान कमला नेहरू नगर रैली के लिए उचित बताया गया है। दूसरी पसंद घंटाघर रामलीला मैदान और तीसरा कविनगर रामलीला मैदान है। इन सब में कमला नेहरू नगर पर सभी का नजर है। क्योंकि यहां से सारी भीड़ स्टेज से बेहतर दिखाई दे सकती है।
बसपा सूत्रों के मुताबिक सुप्रीमों खुद पहले चरण को ध्यान में रखते हुए गाजियाबाद में रैली करना चाहती है। कमला नेहरूनगर इसलिए भी मुफीद बताया जा रहा है कि यहां से मुरादनगर मोदीनगर, शहर तो कवर होगें ही साथ में लोनी और साहिबाबाद के लोग भी आसानी से पहुंच सकेगें। प्रत्याशियों के नामाकंन शुरू होने के साथ ही रैली की तारीख की घोषणा भी कर दी जाएगी।