राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के राष्ट्रीय सह संगठन संयोजक तुषारकांत हिंदुस्तानी ने कहा कि इसी तरह गौ हत्या पर भी उलेमा को आगे आकर इसका मांस खाना नाजायज करार देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस्लाम में गोमांश को बीमारी और उसके दूध और घी के सेवन को अच्छा करार दिया गया है। इस मौके पर हलाला को लेकर सुप्रीम कोर्ट में वाद दायर करने वाली महिला फरजाना के घर पर हमले की निंदा की गई। मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि तीन तलाक और हलाला पीड़ित महिलाओं की कोर्ट में संगठन निःशुल्क पैरवी कर रहा है।