यह भी पढ़ें- Ghazipur Border पर किसानों और भाजपाइयों के बीच मारपीट मामले में BJP ने 200 लोगों के खिलाफ दर्ज कराया केस नरेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर हुए घटनाक्रम को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि गलत हुआ है, रास्ते और भी हैं, जरूरी नहीं था कि नेताजी उस रास्ते से आते, जहां किसान धरने पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो किसान परेशान हैं, वहीं सत्ताधारी लोग फूल माला और ढोल का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि ये टकराव पैदा करना चाहते हैं। मैंने इस विषय पर भी जांच की मांग की है कि नेता जी खुद आए थे या किसी के भेजे हुए थे। इस दौरान रालोद, सपा, आजाद समाज पार्टी व भारतीय किसान यूनियन के संयुक्त उम्मीदवार सतेंद्र बालियान ने भी जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े किए।
जिला प्रशासन बना भाजपा का एजेंट चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि जिला प्रशासन भाजपा के एजेंट के रूप में काम ना करे। चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि पंचायत चुनाव के चलते जो हो रहा है, वह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। प्रशासन सत्ता के दबाव में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि वह भाजपा का विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि भाजपा की गलत नीतियों का विरोध करते हैं। इस दौरान उनके साथ विपक्ष के जिला पंचायत अध्यक्ष पद के उम्मीदवार सतेंद्र बालियान और बघरा ब्लॉक से ब्लॉक प्रमुख पद के उम्मीदवार इंद्रवीर बालियान सहित दर्जनों किसान भी मौजूद रहे।