दिल्ली से सटे गाजियाबाद में लगातार बढ़ रहे जल और वायु प्रदूषण को रोकने के लिए तमाम संस्थाएं लंबे समय से आवाज उठा रही हैं। जिसे गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पिछले महीने ही साहिबाबाद, मेरठ रोड, बुलंदशहर रोड और लोनी स्थित औद्योगिक क्षेत्र में सभी फैक्ट्रियों का निरीक्षण किया था। इन सभी क्षेत्रों की करीब 87 फैक्ट्रियों से निकलने वाले पानी का सैंपल लिया गया। पानी में केमिकल ऑक्सीजन डिमांड, बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड, टोटल सस्पेंड सॉलिड की जांच भी गहनता से की गई। इस दौरान 17 फैक्ट्रियों से निकलने वाला पानी मानक के अनुरूप नहीं पाया गया, जिसके बाद वसुंधरा स्थित उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय से इन सभी फैक्ट्रियों की रिपोर्ट बनाकर लखनऊ स्थित मुख्यालय भेजी गई थी। इसका संज्ञान लेते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 12 फैक्ट्रियों के संचालन पर रोक लगाने के आदेश दिए है। अब जल प्रदूषण फैलाने वाली इन फैक्ट्रियों को बंद करने की कवायद शुरू कर दी गई है।
यह भी पढ़ें- अब जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक 250 एकड़ में बनेगी इलेक्ट्रॉनिक सिटी उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा ने बताया कि 12 फैक्ट्रियों के संचालन पर रोक लगाने के लिए मुख्यालय के आदेश का पालन करते हुए विद्युत निगम को पत्र लिखकर बिजली कनेक्शन काटने के लिए कहा गया है। यदि उसके बावजूद भी कोई फैक्ट्री चलती पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री को सील कर दिया जाएगा।