घोटाला उजागर होने के बाद हुआ था बर्खास्त बताया जा रहा है कि रामनाथ मूल रूप से बिहार के पटना का रहने वाला है। रामनाथ पहले पीएनबी की चंद्र नगर शाखा का चीफ मैनेजर हुआ करता था। वहीं से उसका प्रमोशन हुआ। प्रमोशन के बाद रामनाथ आगरा स्थित पंजाब नेशनल बैंक में एजीएम बन गया। उधर इसी दौरान लोगों का घोटाला उजागर होने के बाद और उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के बाद रामनाथ को बर्खास्त कर दिया गया था। तभी से वह पुलिस से छुपकर दिल्ली रह रहा था।
रामनाथ पर की जा चुकी है गैंगस्टर की कार्रवाई रामनाथ के खिलाफ पुलिस पहले भी गैंगस्टर में कार्रवाई कर चुकी है। तभी से रामनाथ मिश्रा फरार चल रहा था। जगह-जगह छापेमारी के बाद भी रामनाथ का कोई पता नहीं चल पा रहा था। लेकिन अब गाजियाबाद पुलिस ने रामनाथ को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही लोन घोटाले के मामले में इसकी भूमिका के साथ अन्य बैंक अधिकारियों की भूमिका की भी जांच शुरू कर दी गई है।
अन्य आरोपियों की भी जल्द किया जाएगा गिरफ्तार गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक 400 करोड़ से भी अधिक लोन घोटाले के आरोपी लक्ष्य तवर के खिलाफ 39 मामले अलग-अलग थानों में दर्ज है। इनमें से करीब एक दर्जन से अधिक मामलों में रामनाथ मिश्र भी आरोपी है। इन सभी मामलों को लेकर पुलिस ने रामनाथ मिश्र से गहन पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस की जांच के बाद पीएनबी के अन्य बैंक अधिकारियों की भूमिका भी सामने आ सकती है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में फरार अन्य आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।