गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक, मुखबिर की सूचना पर एल्फा टीम व भोजपुर थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 7 शातिर अन्तरराज्यीय लुटेरों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लुटेरों के कब्जे से लूटे गए दवाइयों से भरे कैंटर के 658 कार्टून, 2 देसी तमंचे, 4 छुरी, एक ईको गाडी, एक टाटा 407, एक कैंटर भी बरामद किया है। पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि क्षेत्र में कुछ लोग चोरी की दवाओं को बेचने के लिए जा रहे हैं। इसके बाद एल्फा टीम ने भोजपुर थाना पुलिस को लेकर संयुक्त कार्रवाई करते हुए जाल बिछाकर बदमाशों का पकड़ने की कोशिश की तो बदमाश भागने का प्रयास करने लगे। पुलिस टीम ने कुछ दूरी पर बदमाशों को दबोच लिया, जबकि उनके 4 साथी भागने में कामयाब रहे, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी है।
इसके बाद पकड़े गए बदमाशों को पुलिस ने थाने लाकर पूछताछ की तो उन्होंने अपने नाम संजू निवासी मेरठ, सुरेन्द्र निवासी गाजियाबाद, ओमबीर निवासी दिल्ली, अनिल निवासी बागपत, ऋषि निवासी मेरठ, असलम और सोनू निवासी दिल्ली बताया। उन्होंने अपने फरार साथियों के नाम अशोक, लल्लू व धर्मसिंह निवासी दिल्ली बताएं हैं। पकड़े गए बदमाशों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उन्होंने बीती 13 अगस्त की रात में थाना भोजपुर क्षेत्र में एक कैंटर लूट कर उनमें से दवाओं से भरे 658 कार्टून चोरी किए थे। यह ट्रक मैनकाइंड फार्मा कम्पनी की दवाइयों से भरा था। इसके अलावा उन्होंने दवाओं के 100 कार्टून दिल्ली से चोरी किए थे। वे लूटे गए माल को बेचने के लिए जा रहे थे।
पुलिस कप्तान वैभव कृष्ण ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों में से एक अनिल होम्योपैथी का डॉक्टर है और दिल्ली का रहने वाला हैं और वह लूटे गए माल को धीरे-धीरे बेचने का काम यह कर रहा था। अब पुलिस इनके अन्य साथियों की तलाश कर रही है। पुलिस ने अभियुक्तों के पास से दो देसी तमंचे, चार छुरी, एक ईको गाड़ी, एक टाटा 407, एक कैंटर भी बरामद किया है। एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त शातिर किस्म के अपराधी हैं, जो कंपनी से निकलने वाली दवाओं को लूटकर सस्ते दामों में बेच देते थे। वहीं गिरोह में शामिल डॉक्टर के जरिए लूटे गये माल को बेचना इस गैंग के लिए आसान हो जाता था।