जानकारी के मुताबिक अभिषेक चौबे गृह मंत्रालय में 1 साल टाइपिस्ट के पद पर भी काम कर चुका है। ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के बाद गृह मंत्रालय में टाइप की जॉब मिलने के बाद से ही अभिषेक चौबे के दिमाग में नए-नए कारनामे उपज में लगे थे। जिसके बाद उसने फर्जी आईएएस बनकर अधिकारियों पर रौब जमाया और कुछ अधिकारियों को गाजियाबाद में निर्देश भी दिए थे। पुलिस ने जाँच कर फर्जी पाए जाना पर उसे गिरफ़्तार कर लिया।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी अंशु जैन ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति से पूछताछ में पता लगा है। कि अपने दोस्तों के बीच साख बनाने के लिए इसने इस तरीके से बड़े आईएएस अधिकारियों के नाम उनके नाम पर कई अधिकारियों को धमकाया था और उन्हें काम करने के लिए दिशा निर्देश भी दिए थे। साथ ही यह संविदा पर मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स में नौकरी पर लगा था। जिसके बाद से इस ने अधिकारियों के नाम जुटाए और उनके नाम पर विभिन्न अधिकारियों को यह धमकाने लगा।