गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद इलाके की राजेंद्र नगर कॉलोनी में रहने वाली दीप्ति शर्मा नाम की एक महिला अधिवक्ता के खिलाफ गोविंदपुरम में रहने वाले हरेंद्र कुमार नाम के एक युवक ने 29 मार्च 2019 को मामला दर्ज कराया था। हरेंद्र का आरोप है कि दीप्ति शर्मा ने फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाई हुई है। उसके जरिए ही हरेंद्र की दीप्ति शर्मा से दोस्ती हो गई। जिस में लगातार हो रही चैट के दौरान दीप्ति शर्मा ने अपने आप को एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी के न्यूज़ चैनल की एंकर बताया और युवक से अच्छे चैनल में नौकरी दिलाने के नाम पर 1लाख की मांग की और हरेंद्र को पूरी तरह अपनी बातों में फंसा लिया। आखिरकार नौकरी के नाम पर हरेंद्र ने 1 लाख भी दीप्ति शर्मा को दे दिए। लेकिन उसके बाद से ही दीप्ति शर्मा ने फेसबुक और फोन पर भी बात करनी बंद कर दी। जिसके बाद हरेंद्र ने थाना कविनगर में दीप्ति शर्मा के खिलाफ 29 मार्च 2019 को मामला दर्ज कराया तभी से पुलिस उसकी तलाश में थी।
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इस बीच पुलिस ने सोमवार की देर शाम महिला अधिवक्ता दीप्ति शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद दीप्ति शर्मा ने थाने के अंदर ही जमकर बवाल काटा और पुलिस कर्मियों पर भी अभद्र टिप्पणी की। इतना ही नहीं कई आईपीएस अधिकारियों से अपने नजदीकी संपर्क का भी यह दावा करती रही।
इस बीच पुलिस ने सोमवार की देर शाम महिला अधिवक्ता दीप्ति शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद दीप्ति शर्मा ने थाने के अंदर ही जमकर बवाल काटा और पुलिस कर्मियों पर भी अभद्र टिप्पणी की। इतना ही नहीं कई आईपीएस अधिकारियों से अपने नजदीकी संपर्क का भी यह दावा करती रही।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए गाजियाबाद के एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि थाना साहिबाबाद इलाके की राजेंद्र नगर कॉलोनी में रहने वाली महिला अधिवक्ता दीप्ति शर्मा अक्सर विवादों में रही है। दीप्ति शर्मा पर न्यायालय के आदेश पर फर्जी कागजात तैयार कराकर पासपोर्ट बनाए जाने का मामला भी दर्ज है। इसके अलावा फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर ठगी किए जाने, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अभद्र टिप्पणी किए जाने का भी इसके खिलाफ मामला दर्ज है। वहीं पुलिस द्वारा इसे गिरफ्तार कर लिया गया है और गहनता से इन सब पूरे मामले की जांच की जा रही है।