दरअसल, गाजियाबाद के डासना जेल में बंद दसवीं के 11 स्टूडेंट और 12वीं के 18 स्टूडेंट ने यूपी बोर्ड के अंतर्गत एग्जाम दिया था। दसवीं क्लास के 8 स्टूडेंट्स ने फर्स्ट डिवीजन में एग्जाम पास कर लिया, जब की 2 स्टूडेंट सेकंड डिवीजन में पास हुए है। इसके अलावा 12वीं क्लास में 18 स्टूडेंट ने एग्जाम दिया था, जिसमें से 15 स्टूडेंट पास हो गए हैं। जेल अधीक्षक दधिराम मौर्य का कहना है कि आगे की पढ़ाई के लिए भी स्टूडेंट्स की मदद की जाएगी। जेल में रहकर ही इन स्टूडेंट्स ने पढ़ाई की और 10वीं और 12वीं के एग्जाम भी दिए और वे इसमें सफल भी रहे। हालांकि, कुछ स्टूडेंट ऐसे भी हैं, जो पास नहीं हो पाए। लेकिन उनकी संख्या काफी कम है। जेल अधीक्षक का कहना है कि ऐसे छात्रों कि मदद करके उन्हें अगले एग्जाम में पास करवाने की कोशिश की जाएगी, ताकि जेल से बाहर जाकर वह अपनी जिंदगी को संवार सके। जेल अधीक्षक का कहना है कि ऐसे छात्रों पर गर्व होता है।