यह भी पढ़ें- पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह पर आपत्तिजनक टिप्पणी से रोष, किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी राकेश टिकैत ने कहा कि वह गुरुवार को एक प्रेसवार्ता करने वाले हैं, जिसमें वह सरकार के एमएसपी रेट तय किए जाने के मामले का खुलासा करेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें पूरी तरह से गड़बड़झाला हुआ है। एमएसपी रेट के नाम पर बड़ा भ्रष्टाचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि सबूत के साथ वह प्रेसवार्ता में जगजाहिर कर इस बारे में बताएंगे। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार किसान को देश की रीढ़ की हड्डी बताने में लगी हुई है। वहीं दूसरी तरफ किसान इतने समय से खुले आसमान के नीचे धरने पर बैठे हुए हैं, लेकिन किसी का भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं गया है। किसान सरकार की इस चुप्पी से बेहद आहत है, क्योंकि सरकार के तीन काले कानून किसानों पर थोपे गए हैं।
उन्होंने कहा कि कृषि कानून किसान के हित में नहीं हैं। इन कानूनों के आधार पर किसान को उसकी पूरी मेहनत नहीं मिल पाएगी। काफी मेहनत करने के बाद भी किसान अपने आपको ठगा सा महसूस करेगा। उन्होंने कहा कि एमएसपी के मामले में किसानों को सरकार उलझा रही है। इसका खुलासा प्रेसवार्ता के दौरान सबूतों के साथ किया जाएगा। वह पूरे दस्तावेज मीडिया के सामने रखेंगे और सरकार को भी पत्र लिखकर बताया जाएगा कि इस तरह से एमएसपी के नाम पर भ्रष्टाचार पनप रहा है।
उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है। वैसे ही सरकार लोगों को तिरंगा दिखाकर अपने पक्ष में करने में लगी हुई है, लेकिन किसानों की तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है। इसका खामियाजा सरकार को आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ेगा।