UP Elections 2022 : गाजियाबाद विधानसभा की पांचों सीटों की बात करें तो यहां भाजपा के दावेदारों की लंबी लिस्ट है। हर उम्मीदवार टिकट लेने के लिए एड़ी-चोटी तक के जोर लगाए हुए है। अब इस कड़ी में गाजियाबाद में भी बगावत के सुर नजर आ रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय सदस्यता अभियान के प्रदेश संयोजक अजय शर्मा ने भी बगावत करनी शुरू कर दी है।
UP Elections 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की घोषणा होते ही भाजपा को छोड़ सभी दलों ने अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करना शुरू कर दिया है। गाजियाबाद विधानसभा की पांचों सीटों की बात करें तो यहां भाजपा के दावेदारों की लंबी लिस्ट है। हर उम्मीदवार टिकट लेने के लिए पूरी तरह से लालायित है और सभी ने एड़ी-चोटी तक के जोर लगाए हुए हैं, लेकिन अभी तक भारतीय जनता पार्टी ने पत्ते नहीं खोले हैं। इसके साथ ही भाजपा में बगावत का दौर भी जारी है। अब इस कड़ी में गाजियाबाद में भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की घोषणा होने से पहले बगावत के सुर नजर आ रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय सदस्यता अभियान के प्रदेश संयोजक अजय शर्मा ने भी बगावत करनी शुरू कर दी है।
बता दें कि अजय शर्मा पिछले काफी समय से साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र के लिए अपनी दावेदारी प्रस्तुत करते आ रहे हैं। उन्हें पूरा भरोसा था कि साहिबाबाद विधानसभा से इस बार उन्हें अवसर दिया जाएगा। लेकिन, जिस तरह की खबर सूत्रों के द्वारा प्राप्त हो रही है। उनका नंबर अभी नहीं आने वाला है। इसलिए उन्होंने पहले से ही बगावती सुर दिखाने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने खुद अपनी फेसबुक पोस्ट पर बड़ा निर्णय लेने की धमकी दे दी है।
यह भी पढ़ें- UP Assembly Election 2022 सपा के गढ़ में कांग्रेस ने खोले पत्ते, जिलाध्यक्ष देंगे बाहुबली दुर्गा प्रसाद को टक्करसोशल मीडिया पर डाला था ये पोस्ट दरअसल, गुरुवार देर शाम एक निजी चैनल पर गाजियाबाद की पांचों विधानसभा सीटों पर उन्हीं उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए थे, जो अभी वर्तमान में पांचों विधानसभा पर अपना कब्जा किए हुए हैं। जबकि साहिबाबाद से अजय शर्मा की दावेदारी थी। अजय शर्मा को जब अपना नाम नहीं दिखाई दिया तो उनके बगावती तेवर सामने आने लगे। अजय शर्मा ने बिना किसी देरी के फेसबुक पर ही अपना दर्द बयां कर डाला। उन्होंने अपनी फेसबुक पर लिखा कि “जब बड़े नेता कार्यकर्ताओं और जनता को दबाने लगे, धनबल हावी हो जाए तो परिणाम अच्छे नहीं होते। जल्द ही वह बड़ा निर्णय लेंगे।”
अजय शर्मा की यह पोस्ट फेसबुक पर डलने के बाद राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं हैं। माना जाने लगा कि यदि अजय शर्मा का टिकट नहीं हुआ तो निश्चित तौर पर शहर की भाजपा इकाई में बड़ी फूट पड़ जाएगी। वह बगावत करते हुए भाजपा को हराने का कार्य करेंगे। फेसबुक पर इस तरह की पोस्ट आने के बाद तमाम मीडिया कर्मियों ने उनसे बात की तो उन्होंने यहां तक कह डाला। कि यदि उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह जल्द ही कोई बड़ा निर्णय लेंगे और हो सकता है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।