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नए साल पर मोदी सरकार देश को देगी ऐसे ट्रेन का तोहफा, जिससे गिरकर किसी की नहीं होगी मौत, यह है वजह

locationगाज़ियाबादPublished: Nov 19, 2018 06:58:18 pm

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Iftekhar

सेमी हाई स्पीड ट्रेन T-18 का दूसरे दिन भी सफल रहा ट्रायल, 100 किमी की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन

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नए साल पर मोदी सरकार देश को देगी ऐसे ट्रेन का तोहफा, जिससे गिरकर किसी की नहीं होगी मौत, यह है वजह

मुरादाबाद. नए साल के मौके पर मोदी सरकार देश को एक ऐसा तोहफा देने जा रही है, जिससे न सिर्फ लोगों की लंबी दूरी का सफर छोटी हो जाएगा, बल्कि ट्रेन से गिरकर लोगों के मरने की घटनाओं पर भी लगाम लग जाएगी। दरअसल नए साल पर दिल्ली से भोपाल रूट पर सरकार राजधानी की जगह आधुनिक सुविधाओं से लैस T-18 ट्रेन चलाने की तैयारी कर रही है। T18 ट्रेन में यात्री सुविधाओं और सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। ऑडियो विजुअल सिस्टम के साथ ही कोच के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वहीं, इस ट्रेन के दरवाजे सिर्फ प्लेटफार्म पर ही खुलेंगे और बंद होंगे। जिससे आम ट्रेन की तरह ट्रेन से गिरने जैसी घटनाएं बंद हो जाएंगी। पहले चरण में 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रायल के बाद अब ट्रेन को दिल्ली कोटा रुट पर 160 से 200 तक दौड़ाया जाएगा। दिसम्बर मध्य तक इसका ट्रायल पूरा होने पर इसे हरी झंडी मिलते ही भोपाल-दिल्ली रुट पर दौड़ाया जाएगा। इस ट्रेन का ट्रायल शुरू कर दिया गया है।

t-18


मेक इन इंडिया ट्रेन T-18 का सोमवार को दूसरे दिन भी ट्रायल किया गया। इस दौरान आधुनिक नकनीक से लैस यह ट्रेन मुरादाबाद से नगीना के बीच 100 किलोमीटर प्रति घण्टा की रफ्तार तय दौड़ी। अब मंगलवार को ट्रेन का ट्रायल रेलवे स्टेशन से किया जाएगा। मुरादाबाद रेल डिवीजन में इस ट्रेन का ट्रायल अगले सात दिनों तक किया जाएगा। इसके बाद दिल्ली कोटा रुट परइसका सफल ट्रायल होने के बाद ट्रेन को दिल्ली-भोपाल रुट पर दौड़ाया जाएगा।

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गौरतलब है कि शुक्रवार को ही ट्रेन ट्रायल के लिए मुरादाबाद पहुंच गई थी। इससे पहले आरडीएसओ के इंजीनियरों की देखरेख में रविवार सुबह ट्रेन को भी मुरादाबाद से नगीना तक ट्रायल किया गया था। मुरादाबाद से चली ट्रेन को नगीना तक पहले दिन रविवार को 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया था। उसके बाद 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार दी गई। इसके बाद 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन को दौड़ाया गया। हालांकि सिग्नल न मिलने, ब्रेक लगाने और अन्य कारणों से दोपहर एक बजे ट्रेन नगीना पहुंची थी।

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नगीना से वापसी में शाम चार बजे ट्रेन को सौ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया। मुरादाबाद में यह ट्रेन आठ बजे पहुंची। मंगलवार से ट्रेन में यात्रियों के भार के बराबर रेत की बोरे रखकर दौड़ाया जाएगा। डीआरएम अजय कुमार सिंघल ने बताया कि मुरादाबाद से नगीना के बीच 78 किलोमीटर तक इस ट्रेन का एक सप्ताह तक ट्रायल होगा।

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दो चालक और दो सह चालकों ने मिलकर दौड़ाया ट्रेन
सेमी हाई स्पीड ट्रेन में चालक नितिन कुमार, राम वीर सिंह और सह चालक रितेश कुमार सिंह और मुकुल कुमार को तैनात किया गया है। चालकों ने बताया कि ट्रेन की रफ्तार अच्छी है। ट्रेन रवाना होते ही रफ्तार पकड़ रही है। ब्रेक लगाने में भी कम समय लग रहा है।

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