जिला महिला अस्पताल में सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट एसएनसीयू के बाल रोग विशेषज्ञ डा सुरेंद्र आनंद का कहना है कि कोविड-19 संक्रमण से ग्रसित मरीजों को ऑक्सीजन की बेहद आवश्यकता होती है। खासतौर से बच्चों को खेलने के दौरान अतिरिक्त ऑक्सीजन की जरूरत होती है। इसलिए बच्चों को मास्क नहीं बल्कि उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग से रखें ताकि बच्चों को पूरी ऑक्सीजन भी जा सके और कोविड-19 संक्रमण के खतरे से भी बचाया जा सके।
डॉ आनंद का कहना है कि कोरोना संक्रमण ज्यादा भीड़ वाले इलाके में जाने से फैलने का खतरा अक्सर बना रहता है। खासतौर से खेल के मैदान में भी बच्चे ज्यादा संख्या में एकत्र होते हैं और यदि वह मास्क का प्रयोग करेंगे तो उन्हें ऑक्सीजन प्रॉपर नहीं मिल पाएगी, जिसके कारण उन्हें अन्य बीमारियों से भी खतरा बना रहेगा कोशिश की जाए कि बच्चों को खेल के मैदान में ना जाने दें या भीड़-भाड़ इलाके से बचा कर रखा जाए।
डॉकटर आनंद ने बताया कि मास्क पहनकर खेलने के दौरान तेज सांस लेने से बच्चों की सांस की नली पर जोर पड़ता है। बच्चों की सांस नली बड़ों के मुकाबले काफी नाजुक और मुलायम होती है, इसलिए उन्हें सांस लेने में परेशानी हो सकती है। बच्चे सार्वजनिक जगहों पर जाएं तो कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए फिजिकल डिस्टेंसिंग का पूरी सावधानी से पालन कराए खासकर खेलने के दौरान इस बात का ज्यादा ख्याल रखें ताकि बच्चे को सांस लेने में परेशानी न हो।
पार्क में यदि आसपास कोई न हो तो बच्चे को बिना मास्क लगाए ही खेलने दें। पार्क में जाने के लिए ऐसे समय का चुनाव करें जब पार्क में भीड़ न हो। पार्क के विकल्प के तौर पर घर के आंगन का प्रयोग कर सकते हैं फ्लैट में रहने वालों के लिए बालकनी भी विकल्प का काम कर सकते है, लेकिन बच्चे हर समय बड़ों की निगरानी में रहे यह जरूरी है। खासतौर से घर में रहने वाले सभी लोग साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें और कोशिश करें कि योग भी अपने जीवन में अपनाया जाए तभी इस जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है।