मेरठ का रहने वाला था अजय अजय नागर पत्नी पूजा के साथ
गाजियाबाद के थाना विजय नगर इलाके की सिदार्थ विहार कॉलोनी में रह रहा था। वह मूल रूप से मेरठ के फलावदा मीरपुर गांव का रहने वाला था। उस पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज था। जेल में उसकी गु्ड्डू से मुलाकात हुई थी। जेल से बाहर निकलने के बाद गु्ड्डू का अजय के घर आना-जाना शुरू हो गया था। इस बीच उसके पूजा से संबंध बन गए। 13 मार्च को अजय और पूजा का किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। इसके बाद पूजा ने गुड्डू को फोनकर घर बुला लिया। दोनों ने रात में अजय नागर की गला घोंटकर हत्या कर दी। उन्होंने शव को बोरे में बंदकर हिंडन नदी में फेंक दिया।
बोरे में मिला शव 14 मार्च को पूजा ने थाना विजय नगर जाकर अजय की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। रविवार को पुलिस को सूचना मिली कि हिंडन नदी में एक बोरा पड़ा हुआ है। बोरे में से अजय नागर का शव मिला, जिसे पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मामले में पुलिस ने उसकी पत्नी से पूछातछ की उसने हत्या का सारा राज खोल दिया। एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि अजय नागर आपराधिक किस्म का व्यक्ति था। वह एक मामले में जेल में बंद था। उस दौरान उसकी गुड्डू से मुलाकात हुई थी। गुड्डू का अजय नागर के घर काफी आना-जाना था। इस बीच अजय नागर की पत्नी से उसके संबंध बन गए। गुड्डू भी दौराल मेरठ का रहने वाला है।