दरअसल संजयनगर सेक्टर-23 में रहने वाली बबुशा चौधरी जिंदगी और मौत से जूझ रहीं हैं।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से मौत के मुहाने पर होने के बाद भी बबुशा बेजुबानों की जिंदगी को संवारने में कोई कसर नहीं छोड़तीं।
लाइफ सेविंग मेडिसन लेकर वो बीमार और सड़क पर सहारे की आस देखने वाले कुत्तों और कबूतरों का इलाज कराती हैं।
बबुशा प्राईवेट एयरक्राफ्ट में एयर होस्टेस के रूप में काम कर चुकी हैं। उनके जूनुन को देखते हुए उनकी बहन अन्ना और मां भी उन्हें सपोर्ट करते हैं।
बबुशा अपने घर में अपने परिवार के साथ 16 कुत्तों, आठ कबूतरों और एक तोते को रखती हैं।