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आले हसन जेल भेजे गए, जिस कोतवाली के रहे काेतवाल उसी के लॉकअप में गुजरी रात दरअसल, मूलरूप से यूपी के प्रयागराज (Prayagraj) निवासी राधेश्याम गाजियाबाद (Ghaziabad) के विजयनगर थाना क्षेत्र स्थित अंबेडकरनगर में किराए के मकान में परिवार समेत रहते हैं। उनके परिवार में पत्नी के अलावा बेटी और इकलौता बेटा अखिलेश था। वहीं, राधेश्याम अंबेडकरनगर में ही ढाबा चलाते हैं। परिजनों ने बताया कि अखिलेश छोटी बहन के साथ घर में रहता था। इसके अलावा वह ढाबे में भी हाथ बंटाता था। बताया जा रहा है कि रविवार को भी रोजाना की तरह दिनभर अखिलेश पबजी खेलता रहा और रात के समय उसने छत के कुंडे में रस्सी का फंदा डालकर सुसाइड कर लिया। जिस समय अखिलेश ने सुसाइड किया उस समय वह घर में अकेला था, वहीं परिवार के सभी सदस्य ढाबे पर थे।
ढाबा बंद कर जब परिवार के लोग घर पहुंचे तो कमरे का दरवाजा बंद था। उन्होंने अखिलेश को आवाज भी दी, लेकिन अंदर से कोई उत्तर नहीं मिला। जब परिजनों ने खिड़की से अंदर झांककर देखा तो उनके होश उड़ गए। अंदर अखिलेश का शव फंदे से लटका था। इसके बाद कमरे का दरवाजा तोड़कर अखिलेश को फंदे से नीचे उतारा गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलते ही विजयनगर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
विजयनगर थाना एसएचओ देवेंद्र बिष्ट ने बताया कि किशोर अखिलेश देर रात तक पबजी खेलता था और सुबह देर से डठता था। इसके बाद फिर से मोबाइल लेकर पबजी में लग जाता था। इस लत के चलते अखिलेश ने स्कूल जाना भी छोड़ दिया था। एसएचओ ने बताया कि इकलौता बेटा होने के कारण अखिलेश ने जिद करके मोबाइल लिया था। स्कूल छोड़ने के बाद भी परिजन इकलौते बेटे से किसी काम के लिए नहीं कहते थे।